बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए संकल्प के साथ काम कर रही सरकार: मुख्यमंत्री

 भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय में आईपीडी के द्वितीय ब्लॉक का शिलान्यास

लखनऊ/जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार आमजन को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संकल्प के साथ काम कर रही है। हमारा प्रयास है कि राजधानी से लेकर गांव-ढाणी तक लोगों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हों। विगत तीन वर्षों में इस दिशा में एक से बढ़कर एक निर्णय लिये गये हैं। इसी का परिणाम है कि देश के दूसरे राज्यों से भी लोग राजस्थान में आकर इलाज ले रहे हैं।

श्री गहलोत भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र में आईपीडी के द्वितीय ब्लॉक के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। करीब 235 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले इस कैंसर केयर भवन से चिकित्सालय में 200 अतिरिक्त बैड उपलब्ध हो सकेंगे। इस ब्लॉक में बोनमेरो ट्रांसप्लांट, रोबोटिक सर्जरी, टोमोथैरेपी, सिंटीमेमोग्राफी और इंटरवेशनल रेडियोलॉजी कैथलेब जैसी आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अस्पताल की पत्रिका दर्पण का विमोचन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा लाभ कमाने के क्षेत्र नहीं हैं। इनका मुख्य उद्देश्य प्राणी मात्र और मानवता की सेवा करना है, लेकिन कई संस्थान इस उद्देश्य को भूलकर लाभ कमाना शुरू कर देते हैं, यह उचित नहीं है। यह सुखद है कि भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय मानव सेवा के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। अस्पताल प्रबंधन के समन्वित एवं सेवाभावी प्रयासों से यहां हर वर्ग के लोगों को कैंसर जैसी जटिल बीमारी का बेहतर उपचार उपलब्ध हो रहा है।

श्री गहलोत ने कहा कि हमारी पिछली सरकार में हमने निःशुल्क दवा एवं जांच योजना प्रारंभ की थी। इस बार हमने ’पहला सुख निरोगी काया’ को मूल मंत्र बनाकर लोगों को बीमारी से बचाव और स्वस्थ जीवनशैली के लिए ’निरोगी राजस्थान’ कार्यक्रम शुरू किया है। आमजन को इलाज के भारी भरकम खर्च से मुक्त करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की है, जिसमें हर वर्ग के लोगों को 5 लाख रूपए तक का कैशलेस उपचार मिल रहा है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में गांव-ढाणी तक मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है। वर्ष 1998 में जब हमारी सरकार बनी तब प्रदेश में केवल 6 मेडिकल कॉलेज थे। हमारी सरकार ने निजी क्षेत्र को अवसर दिए, उसके बाद प्रदेश में कई प्राइवेट मेडिकल कॉलेज स्थापित हुए। राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश के 30 जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज स्थापित होने जा रहे हैं। इनका काम तेजी से चल रहा है। साथ ही, मॉडल सीएचसी बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है।


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