मौसमगंज रामलीला मे परशुराम गरजेः रे नृपबालक कालबस बोलत तोहि न सँभार...
लखनऊ। राजधानी की 142 वर्ष पुरानी मौसमगंज रामलीला डालीगंज में शनिवार को परशुराम लक्ष्मण संवाद और कैकेयी मंथरा संवाद की लीला मंचित की गई। लक्ष्मण परशुराम संवाद ने दर्शकों का मन मोह लिया। शिव का धनुष टूटते ही सीता स्वयंवर में परशुराम पहुंचते हैं। जहां पर लक्ष्मण से उनका तीखा संवाद चलता है। बाद में सीता और श्रीराम का विवाह होता है। लक्ष्मण द्वारा परशुराम को कहे गये अटपटे शब्द पर क्रोधित होकर परशुराम गरजते है ‘‘रे नृपबालक कालबस बोलत तोहि न सँभार, धनुही सम त्रिपुरारिधनु बिदित सकल संसार‘‘ तब प्रभु श्रीराम विनम्र भाव में कहते है ‘‘नाथ संभुधनु भंजनिहारा, होइहि केउ एक दास तुम्हारा‘‘ भगवान परशुराम लक्ष्मण के क्रोध तो वही भगवान श्रीराम के विनम्र भाव लोगों को भा गये। मंच पर राम अमन त्रिपाठी, लक्ष्मण अभिषेक त्रिपाठी, परशुराम राजेश त्रिपाठी ने सुन्दर अभिनय किया। बाद मे अध्यक्ष घनश्याम अग्रवाल ने मंच कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
मौसमगंज रामलीला कार्यक्रम में 10 अक्टूबर को सूर्पणखा अंग-भंग, सीताहरण, जटायु बलिदान रात्रि 9 बजे, 11 अक्टूबर को शबरी प्रेम, सुग्रीव मित्रता, बालि वध, लंका दहन, रात्रि 9 बजे, 12 अक्टूबर को विभीषण शरणागति, सेतु निर्माण, अंगद रावण संवाद, रात्रि 9 बजे, 13 अक्टूबर को लक्ष्मण शक्ति, कुम्भ कर्ण वध, मेघनाद वध, रात्रि 9 बजे, 14 अक्टूबर को नारान्तक वध, अहिरावण वध, रात्रि 9 बजे, 15 अक्टूबर को रावण वध, 16 अक्टूबर को श्रीराम राज्याभिषेक, पुरस्कार वितरण, रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन रात्रि 9 बजे किया जाएगा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
न्यूज़ पढ़ने और अपना विचार व्यक्त करने के लिए आपका हार्दिक आभार