शोध क्षेत्र में विकास के लिए भाषा विश्वविद्यालय के तीन शिक्षकों को उच्च शिक्षा परिषद ने दी आर्थिक सहायता

लखनऊ। उच्च शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के तीन शिक्षकों  प्रो सैयद हैदर अली विभागाध्यक्ष व्यवसाय प्रबंधन विभाग, डॉ तनु डंग सहायक आचार्य पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग एवं डॉ नीरज शुक्ल सहायक आचार्य वाणिज्य विभाग को सेंटर फॉर एक्सिलेंस योजना के अंतर्गत कुल रु. 12.70 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई है। 

सर्वाधिक रु. 05.95 लाख की धनराशि डॉ तनु डंग को 'सेंटर फॉर रूरल कम्युनिकेशन एंड डिवेलपमेंट' के लिए स्वीकृत किया गया है।


डॉ नीरज शुक्ल को 'एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्किल डिवेलपमेंट प्रोग्राम विद् स्पेशल रेफरेंस टू यूथ इन उत्तर प्रदेश' के लिए रु.3.75 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई है।


प्रो सैयद हैदर अली को 'सेंटर फॉर ईनोवेटिव स्टडीज़' के लिए रु.3.00 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई है।


विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अनिल कुमार शुक्ला ने तीनों शिक्षकों को बधाई देते हुए आशा जताई है कि इस आर्थिक सहयोग की धनराशि के सदुपयोग से विश्वविद्यालय शोध के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।

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