एकेटीयू: प्रदेश का भविष्य और स्वरुप प्राविधिक शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों की क्षमताओं पर निर्भर करता है: जितिन प्रसाद

 

लखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में आयोजित 'प्राविधिक शिक्षा का उन्नयन' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि आज विद्यार्थी पाठ्यक्रम की पाठ्यचर्या तक सीमित न रहें। उनके पास नवाचार और शोध के लिए असीम अवसर हैं। ऊँची उड़ान भरें, लेकिन पैर जमीन पर ही रखें। घमंड न करें। प्रदेश का भविष्य और स्वरुप प्राविधिक शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों की क्षमताओं पर निर्भर करता है। अतः विद्यार्थियों को सिर्फ डिग्री लेने तक सीमित नहीं रहना है। शोध और नवाचार के कार्य भी सम्पादित करें, जिससे उनकी एम्प्लोयबिलिटी बढ़ सके। उन्होंने कहा कि विद्याथियों का भविष्य सुधारने के लिए प्रयास करना हमारा कर्तव्य है। मैं खासतौर पर विद्यार्थियों से मिलने एवं उनकी बात सुनने आया हूँ। सरकार का उद्देश्य विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय अवसर प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयत्न करना है।  

उन्होंने कहा कि शिक्षक पूरे समाज को सही दिशा दिखा कर प्रगति की और अग्रसर करते हैं। विश्वविद्यालय के जिन शिक्षकों ने कोविड-19 महामारी में अपने प्राण गवाएं हैं उन्हें हृदय से श्रृद्धांजलि प्रदान करता हूँ। उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों के अभिभावक कोविड-19 महामारी में नहीं रहे उन विद्यार्थियों के प्रति मेरी पूरी संवेदनाएं हैं। उन्होंने कहा कि आज जो सहयोग प्रदान किया जा रहा है। यह एक औपचारिकता हैं। मेरे दरवाजे सभी जरूरतमंद शिक्षकों और विद्यार्थियों के परिवारीजनों के लिए हमेशा खुलें हैं। उन्होंने कहा कि प्राविधिक शिक्षा पर देश की पूरी प्रगति निर्भर करती है। अतः प्राविधिक शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों से विशेष योगदान की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना की घोषणा बुधवार को करेंगे। सौ लाख करोड़ की यह योजना भारत के विकास के नए अध्याय का उदय करेगी।

उन्होंने कहा कि आज सीमित विधार्थियों को लैपटॉप मिल रहा है। जिन विद्यार्थियों को आज लैपटॉप नहीं मिल रहा है वह परेशान न हों। प्रदेश सरकार जल्द ही प्रदेश के समस्त विद्यार्थियों को टैबलेट प्रदान करने जा रही है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री और एकेडमिया कनेक्ट को बढ़ाया जायेगा। स्टूडेंट सेंट्रिक पालिसी बनाने के लिए कार्य और तेज किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह प्रदेश के भिन्न-भिन्न प्राविधिक संस्थानों में जा कर शिक्षकों और विद्याथियों की समस्याओं को सुनकर उनका निदान करेंगे। उन्होंने प्राविधिक शिक्षा के विकास के लिए किये जा रहे कार्यों के लिए विवि के कुलपति प्रो कंसल एवं उनकी टीम को बधाई दी। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो विनीत कंसल ने किया एवं प्राविधिक शिक्षा सचिव अलोक कुमार बतौर विशिष्ट अतिथि मंचासीन रहे।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विनीत कसंल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्राविधिक शिक्षा का उन्नयन कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के उत्थान एवं पुनर्वास को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि विवि शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुक्रम में विवि द्वारा शैक्षिक स्वायत्तता के लिए विनियमावली में संशोधन किया है। इस वर्ष एक निजी संस्थान को शैक्षिक स्वायत्तता प्रदान की गयी है। उन्होंने कहा कि एक्रीडिशन के लिए भी विवि प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। 

प्राविधिक शिक्षा सचिव अलोक कुमार ने कहा कि जल्द ही विश्वविद्यालय में इन्क्यूबेशन हब की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिए एसआईआरएफ रैंकिंग फ्रेमवर्क की शुरुआत की जाएगी। इस रैंकिंग फ्रेमवर्क में समस्त सम्बद्ध संस्थानों को प्रतिभाग करना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि विवि हब और स्कोप माडल पर कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को गति देने के लिए हर संभव प्रयास प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री और कार्पोरेट मेंटरशिप के लिए प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा वृहत स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शासकीय एवं अनुदानित संस्थानों में इन्क्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना के लिए 22.64 करोड़ की योजना को शासन द्वारा मंजूरी प्रदान की गयी है।

कार्यक्रम में कुलसचिव नन्द लाल सिंह ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया। विवि के वित्त अधिकारी जीपी सिंह, यूपीआईडी, नोएडा के निदेशक प्रो वीरेंद्र पाठक, एफओएपी की डीन प्रो वंदना सहगल, एकेटीयू के मीडिया प्रभारी आशीष मिश्रा, विश्वविद्यालय के डीन, अधिकारी एवं लगभग 350 विद्यार्थी उपस्थित रहे। साथ ही 100 संस्थानों के प्रतिनिधियों ने ऑनलाइन प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम के दौरान नेशनल इंस्टीट्यूटशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में स्थान पाने वाले विश्वविद्यालय के 6 सम्बद्ध संस्थानों को मंत्री जितिन प्रसाद ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इन छह संस्थानों में नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी, गौतमबुद्ध नगर, नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी फार्मेसी, गौतमबुद्ध नगर, केआईईटी, गाजियाबाद, जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट, गौतमबुद्ध नगर एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज, गाजियाबाद एवं जेएसएस एकेडेमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, नोएडा शामिल हैं।

18 शिक्षकों के परिवारीजनों को पांच-पांच लाख एवं 467 छात्र-छात्राओं को एक-एक लाख की मदद

कोविड-19 महामारी में अपने अभिभावकों को खोने वाले 11 विद्यार्थियों को सांकेतिक रूप से एक-एक लाख की आर्थिक सहायता के चेकों का वितरण किया गया। विवि द्वारा ऐसे कुल 467 छात्र-छात्राओं को एक लाख की सहायता धनराशि प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही कोविड-19 महामारी में मृत 3 शिक्षकों के परिवारी जनों को सांकेतिक रूप से रूपए पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता के चेकों का प्रदान किया गया। विवि द्वारा ऐसे कुल 18 शिक्षकों के परिवारीजनों को पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।

यूपीएसईई-2019 टॉपर छात्राओं एवं एससी-एसटी छात्र–छात्राओं को लैपटॉप का वितरण किया गया


उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा-2019 की टापर 5 छात्राओं तथा 05 टापर एससी-एसटी विद्यार्थियों को सांकेतिक रूप से लैपटाप का वितरण किया गया। उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा-2019 की 100 टॉपर छात्राओं एवं 100 एससी-एसटी छात्र-छात्राओं लेपटॉप प्रदान किया गया। साथ ही कार्यक्रम में रिसर्च रिकग्निशन अवार्ड 2021 पोर्टल, केप्टेक 2021 पोर्टल तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं एकेडमिक ऑटोनोमी पर एफडीपी पोर्टल का भी शुभारम्भ किया गया।


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