राज्यपाल ने लोक गायिका पद्म भूषण डॉ शारदा सिन्हा को ‘‘लोकनिर्मला सम्मान‘‘ से सम्मानित किया

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गोमतीनगर स्थित संगीत नाटक अकादमी परिसर के संत गाडगे लॉन में सांस्कृतिक संस्था सोनचिरैया द्वारा आयोजित लोकनिर्मला सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। समारोह में राज्यपाल ने बिहार की लोक संस्कृति की प्रसिद्ध लोक गायिका पद्म भूषण डॉ शारदा सिन्हा को लोक कलाओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए लोकनिर्मला सम्मान से सम्मानित करते हुए सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र एवं एक लाख रुपये का पुरस्कार राशि का चेक भेंट किया। उन्होंने समारोह में संस्था की अध्यक्षा डॉ विन्दु सिंह को हाल ही में भारतीय परम्परा, संस्कार और विशेष रूप से लोक संस्कृति को साहित्य के जरिये जन-जन तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से अलंकृत किये जाने पर बधाई दी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि लोक संस्कृति हमारी जीवंत परंपरा है, इसका प्रचार-प्रसार और विकास करने की जरूरत है। उन्होंने इसे जीवन शैली का अभिन्न अंग बताया और कहा की इसका सबसे जीवंत रूप हमारे घरों में शादी-विवाह, जन्मदिन जैसे उत्सवों पर गाये जाने वाले संगीत और नृत्य में देखने को मिलता है। उन्होंने लोक कला और संस्कृति के सम्वर्धन के लिए सोनचिरैया द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा इससे लोक कलाएं विलुप्त होने से बची रहेंगी और आगामी पीढ़ी तक इसका प्रसार संभव हो सकेगा।

संस्था की सचिव पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने समरोह में राज्यपाल को अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका अभिनन्दन किया। ज्ञात हो कि माँ की स्मृति में प्रारम्भ लोकनिर्मला सम्मान का यह तृतीय पुष्प का आयोजन है। एक लाख रुपये का यह सम्मान लोक संस्कृति के संवर्धन हेतु महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए किसी महिला कलाकार को प्रदान किया जाता है। इससे पूर्व वर्ष 2020 में पहला लोकनिर्मला सम्मान छत्तीसगढ़ की पद्मविभूषण तीजनबाई को तथा वर्ष 2021 में दूसरा सम्मान राजस्थान की पद्मश्री गुलाबो सपेरा को दिया गया था।

कार्यक्रम में लोकनिर्मला सम्मान से सम्मानित डॉ शारदा सिन्हा ने अपनी विशेष प्रस्तुति में भगवती वंदना प्रस्तुत की जिसमें उनकी पुत्री वंदना ने सह प्रस्तुति दी। समारोह में विभिन्न प्रदेशों से आये लोक कलाकारों ने गीत एवं संगीत का मनोहारी प्रदर्शन किया। सोनचिरैया संस्था द्वारा देश भर में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के क्रम में आयोजित देशभक्ति गीतों की आडियो-वीडियो प्रतियोगिता देशज में भाग लेने वाले सर्वश्रेष्ठ तीन प्रतियोगियों ने भी कार्यक्रम में प्रस्तुति दी। इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मध्य प्रदेश के रायगढ जिले के रामकुमार सोनी तथा कृष्ण कुमार सोनी को, द्वित्तीय पुरस्कार पन्ना जिले की वेदिका मिश्रा तथा तृतीय पुरस्कार गोरखपुर की हृदया ने प्राप्त किया। राज्यपाल ने तीनों प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया तथा कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।

कार्यक्रम में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह एवं संस्था के पदाधिकारियों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में लोक कला प्रेमी उपस्थित थे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भाषा विश्वविद्यालय में परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए उठाए गये कड़े कदम

यूपी रोडवेज: इंटर डिपोज क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में कैसरबाग डिपो ने चारबाग डिपो को पराजित किया

भाजपा की सरकार ने राष्ट्रवाद और विकास को दी प्राथमिकताः नीरज शाही