मुख्यमंत्री का मंत्रियों को हिदायत: जनता के साथ सादगी और शुचिता का उदाहरण प्रस्तुत करें

 मंत्रिमण्डल की पहली बैठक: सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता एवं ईमानदारी बेहद महत्वपूर्ण

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रवाद, सुरक्षा, सुशासन एवं विकास पर विश्वास जताने के लिए प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त किया


विकास कार्यों की समीक्षा के साथ ही भौतिक सत्यापन करते हुए जनता से फीडबैक प्राप्त करने का निर्देश


अखिलेश पाण्डेय, वरिष्ठ संवाददाता

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनिर्वाचित मंत्रिमंडल के साथ लोक भवन में आयोजित पहली बैठक में हिदायत देते हुए कहा कि कहा कि जनता के साथ सादगी और शुचिता का उदाहरण प्रस्तुत करें। उन्होंने ने कहा कि जनसेवा से बढ़कर कोई और पुण्य का कार्य नहीं है। दायित्वों का प्रतिबद्धता और निष्ठा के साथ निर्वहन करने से आत्मिक सन्तुष्टि मिलती है। मंत्रियों को जनता और प्रदेश की सेवा करने का एक पुनीत अवसर मिला है। इस अवसर को उपलब्धि में बदलते हुए प्रदेश के विकास और जनता की खुशहाली के लिए हम सभी को निरन्तर प्रयासरत रहना होगा।



मुख्यमंत्री ने परिचयात्मक बैठक में राष्ट्रवाद, सुरक्षा, सुशासन एवं विकास पर विश्वास जताने के लिए प्रदेश की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने राज्य की प्रगति और समृद्धि में योगदान करने के लिए विगत राज्य सरकार के मंत्रिगण के प्रति भी आभार प्रकट किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता एवं ईमानदारी बेहद महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कार्याें को नीति एवं नियमों के अन्तर्गत सम्पादित किए जाने पर बल देते हुए कहा कि फाइलों का निस्तारण समयबद्धता के साथ किया जाना चाहिए। किसी भी स्थिति में पत्रावलियां लम्बित नहीं रहनी चाहिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि आप समय से अपने कार्यालय में उपस्थित रहकर कार्यों का सम्पादन करें। परफॉर्मेंस बेस्ड कार्यों पर फोकस हो। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर-पोस्टिंग का कार्य बिना किसी भेदभाव के पूरी पारदर्शिता के साथ होना चाहिए। उन्होंने ऑनलाइन ट्रांसफर पद्धति को अपनाने पर बल देते हुए कहा कि शासन की स्थानान्तरण नीति के अनुरूप ही ट्रांसफर होने चाहिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते मंत्री का जनता के साथ प्रभावी सम्पर्क और संवाद होना चाहिए। जनता की शिकायतों व समस्याओं के समाधान के लिए नियमित जनसुनवाई की जाए। प्रभारी मंत्री के रूप में प्रत्येक माह जनपद में जाएं। इस दौरान विकास कार्यों की समीक्षा के साथ ही भौतिक सत्यापन करते हुए जनता से इनके सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त करें। जनपद प्रवास के दौरान जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की जाए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के प्रतिनिधि के रूप में मंत्रियों के कार्य व्यवहार और आचरण पर सभी की दृष्टि रहती है। ऐसी स्थिति में आप सभी द्वारा सादगी और शुचिता का उदाहरण प्रस्तुत किया जाना चाहिए। सार्वजनिक जीवन से जुड़े दायित्वों एवं कार्याें में परिवार का किसी भी स्तर पर हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। इसी प्रकार मंत्री अपने निजी स्टाफ पर भी विशेष ध्यान देते हुए उनकी गतिविधियों पर नजर रखें।




टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भाषा विश्वविद्यालय में परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए उठाए गये कड़े कदम

यूपी रोडवेज: इंटर डिपोज क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में कैसरबाग डिपो ने चारबाग डिपो को पराजित किया

भाजपा की सरकार ने राष्ट्रवाद और विकास को दी प्राथमिकताः नीरज शाही