रत्नगिरी सेवा संस्थान के सदस्यों ने ओल्ड एज होम के बुजुर्गो के साथ मनाया शिक्षक दिवस


बुजुर्ग माता-पिता को ओल्ड एज होम में छोड़ना समाज का कुरूप है इसे बदलना होगा: आलोक दीक्षित



लखनऊ। रत्नगिरी सेवा संस्थान द्वारा शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर आस्था ओल्ड एज होम एंड हॉस्पिटैलिटी में रह रहे बुजुर्गो के साथ शिक्षक दिवस बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। बुजुर्गों के साथ रत्नगिरी सेवा संस्थान की टीम ने समय बिताया उनके साथ उनके सुख दुख साझा किए। मुख्य अतिथि के रूप में समाज सेविका नम्रता पाठक एवं शिखा गोयल उपस्थित रहीं।


संस्थान की अध्यक्ष शक्ति बाजपेई ने आस्था ओल्ड एज होम का आभार प्रकट किया जहाँ इन बुजुर्गो की बहुत अच्छी देखभाल होती है एवं ओल्ड एज होम के व्यवस्थापक का सम्मान किया एवं पुष्प माला से सभी स्टाफ को सम्मानित किया। संस्था के सचिव आलोक दीक्षित ने कहा कि हमारे प्रथम शिक्षक हमारे प्रथम गुरु हमारे माता-पिता होते हैं और यह हमारे समाज की बहुत बड़ी विडंबना है कि हम अपने प्रथम शिक्षक अपने माता-पिता को बुजुर्ग अवस्था में वृद्धा आश्रम छोड़ आते हैं। समाज का यह एक बहुत ही कुरूप चेहरा है, जिसे बदलना चाहिए। उंगली पकड़कर चलना सिखाने वाले यदि वृद्धा आश्रम जाएंगे तो आगे आने वाली पीढ़ी को हम क्या शिक्षा दे पाएंगे। इसी उद्देश्य से रत्नगिरी सेवा संस्थान हर साल शिक्षक दिवस वृद्धा आश्रम के बुजुर्गों के साथ मनाता आया है एवं आगे भी मनाता रहेगा । 


कार्यक्रम में सचिव आलोक दीक्षित, लखनऊ प्रभारी देवेश अस्थाना उपाध्यक्ष मनीष शुक्ला, कार्य कारिणी सदस्य नीतू आर्या एवं उषा गोस्वामी, अनोखा रिश्ता फाउंडर राखी सिंह, दया करुणा फाउंडेशन की अध्यक्ष दीप्ति जेटली, विद्या नृत्यम फाउंडेशन के अध्यक्ष विद्या भूषण सोनी एवं अन्य सदस्यों की सहभागिता रही।  


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