पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं उनका चिंतन विषय पर  एक दिवसीय ऑनलाइन विचार गोष्ठी का आयोजन

 

लखनऊ। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं उनका चिंतन विषय पर एक दिवसीय ऑनलाइन विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो अवनीश चन्द्र मिश्र रहे। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय कुलपति प्रो अनिल कुमार शुक्ल ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों और सिद्धांतों को अपना कर ही एकात्म मानववाद को प्राप्त किया जा सकता है। पंडित जी के विचारों से समाज और राष्ट्र ही नहीं विश्वविद्यालय जैसी छोटी इकाई की समस्याओं को दूर किया जा सकता है। मुख्य वक्ता प्रो. मिश्र ने राष्ट्र दर्शन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। 

उन्होंने कहा कि औपनिवेशिक काल के बाद राष्ट्रों के निर्माण में पंडित जी के दर्शन की छाप मिलती है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन ने अंत्योदय के जिस प्रारूप को प्रस्तुत किया उसके अनुसरण से ही भारत जैसे देश का समग्र विकास हो सकता है। 

कार्यक्रम में शोध पीठ की निदेशक प्रो चंदना डे, डॉ लक्ष्मण सिंह, डॉ पूनम चौधरी एवं डॉ मनीष कुमार समेत अन्य शिक्षक और विद्यार्थी सम्मिलित रहे। 




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