भारत-फ्रांस संयुक्त सैन्य अभ्यास का छठा  "युद्धाभ्यास शक्ति 2021" का फ्रांस में गोरखा राइफल्स और सपोर्ट आर्म्स की बटालियन कर रही प्रतिनिधित्व 

 (अखिलेश पाण्डेय)

नागरिक सत्ता। फ्रांस के सैन्य स्कूल ड्रैगुइनान में 15 नवंबर से चल रहे भारत-फ्रांस संयुक्त सैन्य अभ्यास के छठे चरण "युद्धाभ्यास शक्ति 2021" में भारतीय सेना के दल का प्रतिनिधित्व गोरखा राइफल्स और सपोर्ट आर्म्स की एक बटालियन के तीन अधिकारियों, तीन जूनियर कमीशंड अधिकारी और 37 सैनिकों की एक संयुक्त टीम द्वारा किया जा रहा है।

अब तक के प्रशिक्षण में संयुक्त योजना निर्माण के पहलुओं, सैन्य अभियानों के संचालन की आपसी समझ और संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के तहत आतंकवाद विरोधी वातावरण में संयुक्त रूप से अभियानों के लिए आवश्यक समन्वय संबंधी आयामों की पहचान पर ध्यान केंद्रित किया गया है। भाग लेने वाली सैन्य टुकड़ियों को कॉम्बैट कंडीशनिंग और सामरिक प्रशिक्षण के चरणों से भी गुज़ारा गया है जिसमें फायरिंग अभ्यास और 'युद्ध की परिस्थितियों के लिहाज से सख्त बनाने वाले' कार्य सत्र शामिल हैं। अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है जो दो चरणों के दौरान हासिल किए गए मानकों को मान्यता प्रदान करने के लिए 36 घंटे के कठिन अभ्यास के साथ समाप्त होगा।

संयुक्त प्रशिक्षण के अलावा यह सैन्य दल मार्सिले में मेज़ारग्यूज़ वॉर सीमेट्री का दौरा करने गया, जहां प्रथम विश्व युद्ध के 1002 भारतीय सैनिकों का अंतिम संस्कार किया गया है। भारतीय और फ्रांसीसी टुकड़ियों ने एक साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया और वीरगति को प्राप्त हुए वीरों की वीरता को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।



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