विधानसभा का मानसून सत्र समाप्त: 14 विधेयक पारित किए गए, 7301 करोड़ का अनुपूरक बजट पास

 


लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का 24 अगस्त तक चलने वाला मानसून सत्र आज 19 अगस्त को ही समाप्त हो गया। विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने आज सत्र की समाप्ति पर सदन के सदस्यों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सभी दलीय नेताओं और सदस्यों ने सारगर्भित चर्चा में भाग लिया। 

श्री दीक्षित ने कहा कि इस सत्र में कुल 14 महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए। जिसमें उत्तर प्रदेश नगरीय परिसर किरायेदारी विनियमन विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश (द्वितीय) निरसन विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश धूम्रपान विषेघ (सिनेमा घर) (निरसन) विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश लोकतंत्र सेनानी सम्मान (संशोधन) विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश (तृतीय) निरसन विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश विन्ध्य धाम तीर्थ विकास परिषद विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश श्री चित्रकूट धाम तीर्थ विकास परिषद विधेयक 2021 आदि विधेयक पारित किये गये। सदस्यों ने विधेयकों के प्रस्तुतीकरण और विधि निर्माण में हिस्सा लिया।

 श्री दीक्षित ने बताया की सत्र में तीन उपवेशन हुए। सदन की कार्यवाही को 12 घण्टा 16 मिनट चली। 2 घण्टा 09 मिनट बाधित रही। सदन के प्रथम दिन विधानसभा के वर्तमान 6 सदस्यों जिनमें स्व. विजय कुमार कश्यप, स्व. सुरेश कुमार श्रीवास्तव, स्व. रमेश चन्द्र दिवाकर, स्व. केसर सिंह, स्व. दल बहादुर एवं स्व. देवेन्द्र प्रताप सिंह की कोरोना महामारी के कारण निधन हो जाने से उनको भाव भीनी श्रद्वांजलि दी गयी। दलीय नेताओं द्वारा शोक व्यक्त किया गया और उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में विस्तार से चर्चा की। सभी सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखा और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

उन्होंने बताया की तीन दिन के उपवेशन में अल्पसूचित प्रश्न 90, तारांकित प्रश्न 957, अतारांकित प्रश्न 1347, प्राप्त हुए। इनमें कुल 270 प्रश्न उत्तरित हुए। इसी प्रकार सरकार से वक्तव्य मांगने वाले नियम-51 के अन्तर्गत 187 सूचनाएं प्राप्त हुई। जिन्हें वक्तव्य तथा ध्यानाकर्षण के लिए स्वीकार किया गया। सरकार का ध्यान आकर्षित करने वाले नियम-301 की 128 सूचनाएं प्राप्त हुई। नियम-56 के अन्तर्गत लोक महत्व के विषयों पर कार्य स्थगन की 11 सूचनाएं प्राप्त हुई। तमाम सूचनाओं को ग्राहता हेतु सुना गया व बहस हुई। तमाम सूचनाओं पर शासन का ध्यान आकृष्ट किया गया। इसी सत्र में कुल-437 याचिकाएं सदन में प्रस्तुत की गयी।

श्री दीक्षित ने बताया की सत्र में 730151.58 लाख का अनुपूरक बजट पास हुआ। बजट में स्वच्छ भारत मिशन, छुट्टा गोवंश, बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान, एक्सप्रेसवे, अयोध्या वाराणसी की पर्यटन योजनाओं, डॉ॰ आम्बेडकर स्मारक व ओलम्पिक विजेताओं के सम्मान के लिए विशेष रूप से बजट का प्राविधान किया गया है। नेता सदन योगी आदित्य नाथ ने 1 घण्टा 13 मिनट उपस्थित रहकर अनुपूरक बजट पर चर्चा की और अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। वे प्रतिदिन सदन की कार्यवाही में उपस्थित रहे।

नेता विरोधी दल राम गोविन्द चौधरी निरंतर उपस्थित रहे। नियम-56 सहित विभिन्न प्रकार के जन महत्व के प्रश्नों को उठाया। अध्यक्ष ने नेता बहुजन समाज पार्टी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दल के नेता आराधना मिश्रा ‘मोना‘, व अपना दल के नेता नील रतन पटेल के स्थान पर डॉ. लीना तिवारी एवं भारतीय सुहेलदेव पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर सहित सभी दलीय नेताओं के सहयोग की भी प्रशंसा की। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने भी विपक्ष की तरफ से उठाये गये नियम-51, 56, 301 एवं अन्य सूचनाओं, बिलों के पारण और बहसों पर समाधान परक उत्तर देकर सदन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। मंत्रिमण्डल के सदस्यों को निरंतर सदन में उपस्थित रहकर उत्तर देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़े राज्य का विधायी सदन है। पहली बार विधान सभा सत्र में व्यवधान नगण्य रहा। विचार-विमर्श मूलक नई परम्पराएं प्रारम्भ हुई। लघु सत्र के बीच 14 विधेयक पारित हुए। यह सत्र उत्पादक रहा। इसके लिए अध्यक्ष ने सदन के सत्ता और विपक्षी सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया।

विधानसभा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे एवं विधान सभा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी धन्यवाद दिया।



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