सीएसआईआर महिलाओं को सशक्त बनाने में अग्रगामी हैः डॉ एन कलैसेल्वी

  • 24 एवं 25 फरवरी को दो दिवसीय सम्मेलन आज से शुरू

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। सीएसआईआर-आईआईटीआर लखनऊ, सीएसआईआर-सीएफटीआरआई मैसूर तथा लखनऊ चौप्टर ऑफ एसोसिएशन ऑफ फूड साइंटिस्ट्स एंड टेक्नोलॉजिस्ट्स इंडिया के सहयोग से खाद्य विज्ञान और विषविज्ञान के क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका को अभिस्वीकार करने एवं उत्सव मनाने हेतु ‘‘वीमेन इन एकेडेमिया, रिसर्च एंड मैनेजमेंट ऑफ फूड सेफ़्टी एंड टॉक्सिकोलोजी विषय पर 24 एवं 25 फरवरी 2023 को दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। 

डॉ एन कलैसेल्वी महानिदेशक वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद और सचिव वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार ने आज इस सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह सम्मेलन महिला वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और उद्यमियों को खाद्य सुरक्षा, विषविज्ञान, जन स्वास्थ्य एवं प्रौद्योगिकी एवं उद्यमिता के बहु-विषयक पहलुओं में अपनी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने हेतु एक मंच प्रदान करेगा। डॉ भास्कर नारायण निदेशक सीएसआईआर-आईआईटीआर ने सम्मेलन आयोजित करने की पृष्ठभूमि के विचार को बताया। 

डॉ कलैसेल्वी ने सुगंधित पौधे एवं फूलों के पौधे लगाकर एक जिज्ञासा अरोमा गार्डेन समर्पित किया। महानिदेशक ने संस्थान के नए लोगो का भी अनावरण किया जो कि संस्थान के आदर्श वाक्य पर्यावरण एवं स्वास्थ्य की सुरक्षा तथा उद्योग की सेवा के प्रति संस्थान के नए उत्साह और ऊर्जा को दर्शाता है।

डॉ कलैसेल्वी ने एसोसिएशन ऑफ फूड साइंटिस्ट्स एंड टेक्नोलॉजिस्ट्स इंडिया के लखनऊ चौप्टर का भी उद्घाटन किया। इसी दौरान डॉ कलैसेल्वी ने सीएसआईआर आईआईटीआर लखनऊ में प्रयोगशालाओं में तकनीकी सफलताओं और नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद द्वारा शुरू किए गए ‘एक सप्ताह, एक प्रयोगशाला‘ अभियान का भी शुभारंभ किया। 

कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के अवसर पर मिलेट रेसिपी बुक का विमोचन किया गया। समारोह का उद्घाटन पद्मश्री उषा चौमार अध्यक्ष सुलभ इंटरनेशनल ओलंपियन और पद्मश्री सुधा सिंह डॉ राधा रंगराजन और डॉ श्रीदेवी अन्नपूर्णा सिंह, निदेशक केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान मैसूर ने किया। 

उद्घाटन कार्यक्रम के उपरांत डॉ एन. कलैसेल्वी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने आम नागरिकों के जीवन और आजीविका में सुधार करने वाले सीएसआईआर के विभिन्न मिशन मोड कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की। वार्मफोस्ट सम्मेलन से संकेत लेते हुए महानिदेशक सीएसआईआर ने कहा कि सीएसआईआर महिलाओं को सशक्त बनाने में अग्रगामी है ताकि उन्हें जीवन के क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाया जा सके। यहां तक कि अकादमिक शाखा एसीएसआईआर ने डॉक्टरेट कार्यक्रम में महिलाओं के नामांकन में वृद्धि देखी है। सीएसआईआर उन्हें कम उम्र में पकड़ने में विश्वास करता है और स्कूली बच्चों के लिए जिज्ञासा कार्यक्रम का उद्देश्य कम उम्र में ही वैज्ञानिक सोच पैदा करना है। इसी तर्ज पर सीएसआईआर का कौशल विकास प्रयास युवाओं की क्षमता को दिशा देने और उन्हें रोजगारपरक बनाने का एक प्रयास है।



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