एमिटी यूनिवर्सिटी में मनाया गया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। विद्यार्थियों में विज्ञान और तकनीकि के प्रति रूझान और रूचि बढ़ाने के लिए एमिटी स्कूल ऑफ एप्लाइड साइंसेज, एमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ परिसर द्वारा आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ साइंस एंड रिसर्च और एक्सप्लोरर क्लब के सहयोग से किया गया। इस वर्ष का विषय ‘वैश्विक भलाई के लिए वैश्विक विज्ञान’ रहा। मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. एसएम प्रसाद संयुक्त निदेशक यूपी सीएसटी लखनऊ, डॉ. असिता कुलश्रेष्ठ प्रमुख और समन्वयक एमिटी स्कूल ऑफ एप्लाइड साइंसेज एमिटी स्कूल ऑफ एप्लाइड साइंसेज की डॉ. संगीता वाजपेयी और डॉ. पूजा श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

डॉ. एसएम प्रसाद ने अपने संबोधन में छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और वैश्विक कल्याण के लिए स्टार्ट अप शुरू करने के लिए प्रेरित किया। उन्होने कहा कि स्कूल और विश्वविद्यालय की पढ़ाई में अंतर होता हैं। हम स्कूल में किताबों में दर्ज ज्ञान का अध्ययन करते हैं जबकि विश्वविद्यालय में हमें उस ज्ञान में अपने शोध और अनुभवों को दर्ज कराने का अवसर मिलता है। इसीलिए विश्वविद्यालयी जीवन में विद्यार्थियों को नवोन्मेष करने और विषयों पर रिसर्च करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने छात्रों को ‘प्रौद्योगिकी दिवस’ और समय-समय पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रचार के लिए यूपी-सीएसटी लखनऊ द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं के बारे में अवगत कराया।

सभा को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर वर्मा, उप-निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क एमिटी विवि ने छात्रों को वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. नितिन श्रीवास्तव संयोजक और सचिव आईएएसआर लखनऊ चौप्टर ने अनुसंधान को बढ़ावा देने, पहचानने और साझा करने में आईएसएआर की भूमिका साझा की। इस अवसर पर विभिन्न संस्थानों के निदेशक और संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।

आयोजन के दौरान वैज्ञानिक प्रश्नोत्तरी, मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों और मिथक बनाम तथ्य जैसी कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में एप्लाइड साइंस, इंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी, फैशन टेक्नोलॉजी, फैशन डिजाइनिंग जैसे विभागों के 250 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। प्रतियोगिताओं में जज के रूप में डॉ. नितिन श्रीवास्तव सचिव आईएएसआर, डॉ. जया पांडेय, डॉ. मोनिका कंबोज फैकल्टी एएसएएस रहे। आर्येंद्र सिंह, बी.एससी (ऑनर्स) भौतिकी, अपूर्वा एम.एससी. एप्लाइड केमिस्ट्री, देपेंद्र बीएफए और स्वर्णिमा बी.एल.एड कोर्स के विद्यार्थियों ने पुरस्कार जीते।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भाषा विश्वविद्यालय में परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए उठाए गये कड़े कदम

यूपी रोडवेज: इंटर डिपोज क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में कैसरबाग डिपो ने चारबाग डिपो को पराजित किया

भाजपा की सरकार ने राष्ट्रवाद और विकास को दी प्राथमिकताः नीरज शाही