बजट सत्रः बजट पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, रखे गये लक्ष्यों से 34 प्रतिशत की ग्रोथ रेट संभव नही

  • मुख्यमंत्री को अपना इकोनॉमी एडवाइजर को बदल देना चाहिएः नेता प्रतिपक्ष
  • जातिगत जनगणना के लिए हम सरकार से लड़ेंगेः अखिलेश यादव
  • इस बजट से प्रदेश का विकास नहीं हो सकताः नेता प्रतिपक्ष
  • समाजवादी पार्टी अग्निवीर व्यवस्था के खिलाफ है सदन में बोले अखिलेश यादव

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। विधानसभा में बजट सत्र के आठवें दिन बजट पर बोलते हुए समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार 34 प्रतिशत का ग्रोथ रेट चाहती है। यह कैसे सम्भव हो सकता है जब पिछले छः साल में ग्रोथ रेट 5 प्रतिशत भी नहीं बढ़ा पाए तो 4 साल में यूपी क्या उम्मिद कर सकता है। नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार में दोनों इंजन आपस में टकरा रहे हैं। उन्होंने ने सदन में पूछा कि सरकार इन्वेस्टमेंट कैसे हासिल करेगी, इसका सोर्स क्या है? जो लक्ष्य रखे हैं, उसके लिए 34 प्रतिशत की ग्रोथ रेट चाहिए। इस लक्ष्य के लिए हमारी पार्टी आपके साथ खड़ी है। मगर मुख्यमंत्री को अपना इकोनॉमी एडवाइजर को बदल देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि एक ट्रिलियन की एकोनामी के लिए एक संस्था को हैक किया गया है। जो सिर्फ मुख्यमंत्री को गुमराह कर रही है। इस संस्था को केवल सुझाव देने के लिए 200 करोड़ रूपया सरकार दे रही है। आपका वित्त विभाग फेल है। अगर सही आंकड़े आपको रखने हैं, तो एम्प्लॉयमेंट रेट बतानी चाहिए। क्योंकि रोजगार नहीं है। आप खुद देखिए कि आप सपा सरकार से कितना पीछे चल रहे हैं। 

नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने आज एक बार फिर विधानसभा में जातीय जनजगणना को की बात उठाई। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना के लिए सरकार से लडे़गे। इसके लिए उन्होंने विपक्ष के सहयोगियों से हांथ मांगा। उन्होंने कहा कि बिना जातीय जनगणना के लिए सबका साथ सबका विश्वास की कल्पना सम्भव नहीं है। जब तक जातीय जनगणना नहीं होगी तब तक सर्वसमाज के विकास की का नारा सफल नहीं होगा। उन्होंने कहा जब तक शूद्र ढाल नहीं बनेगे तब तक भाजपा क्या कोई भी सत्ता में नहीं आ सकता। उन्होने कहा कि यदि भाजपा सरकार जातीय जनगणना के खिलाफ है तो उसने पिछडों को अपमानित करने के लिए जनगणना क्यों कराई थी। उन्होने कहा कि सरकार यदि जातीय जनगणना के खिलाफ है तो उसे आउटसोर्सिग और निजीकरण के खिलाफ क्यों नहीं है। 

अखिलेश यादव ने सदन में नेता सदन द्वारा सपा के कार्यकाल में यूपीएससी में हुई नियुक्तियों में एक जाति विशेष के लोगों की भर्तिया किए जाने के आरोपो को सिरे से खारिज किया। कहा कि यदि नेता सदन के आरोपो में सच्चाई है तो उन नियुक्तियों की सूची जारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार जीरो टालेरस की बात करती है और जेल में बंद अभ्यर्थी दरोगा की परीक्षा में पास हो गया। उन्होनें कहा कि जाति के अनुसार लोगों को उनका हक मिलना चाहिए। सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को उन्होंने किसान, युवा और हर वर्ग का विरोधी बताया। 

अखिलेश यादव हाल ही में हुए इन्वेस्टर्स समिटि की बात करते उन्होने कहा कि जो भी एमओयू साइन हुए वे हवा-हवाई है। उन्होंने अपनी चर्चा के दौरान प्रदेश में छुटृटा जानवरों का मामला उठाया। कहा कि प्रदेश में 11 लाख से ज्यादा छुटटा जानवर है। 

उन्होने कहा कि सरकार हर बार की इस बार भी बजट को ऐतिहासिक बताया है। ये इस सरकार का सांतवा बजट है हर बार की तरह इस बार का बजट भी ऐतिहासिक होने का दावा किया गया है। बजट में किसानों से वादाखिलाफी हुई है। विकास की दर और योजनाओं को क्रियान्वित करने के मामले में उत्तर प्रदेश काफी पीछे चला गया है। इसपर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए। सरकार को बताना चाहिए कि उसने इन सात सालों में कितनों को रोजगार दिया है। 

अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा कहा कि आप अमेरिका की तरह सड़क बनाना चाहते हैं। मगर आपका एक्सप्रेस-वे कैसा है। पूरी गाड़ी अंदर चली गई। सिंगल पेयर एलिवेटेड रोड सपा ने दी। हमारे पास बुद्धि कम है, हम एक ही बना सके। आप ही बना देते। आपने एक भी फोरलेन बनाया हो तो बता दीजिए। आपकी डबल इंजन सरकार में एक्सप्रेस-वे के लिए यूपी को बजट नहीं मिलता है। अखिलेश यादव ने कहा कि अमेरिका ने सड़क बनाई और सड़क ने अमेरिका बनाया। ये कहते हैं कि अमेरिका की तरह सड़क बनाएंगे। मैं पूछता हूं क्या तय समय में गंगा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। दिल्ली वालों ने यूपी को किस एक्सप्रेस-वे के लिए बजट दिया। 27470 करोड़ पीडब्लूडी का बजट था, 7570 करोड़ ही खर्च कर पाए।

ओडीओपी पर अखिलेश यादव ने पूछा कि कन्नौज के इत्र के लिए आपने क्या किया। न जाने खुशबू से सरकार को इतनी नफरत क्यों है? वहां जिसके यहां छापा पड़ा, वो बीजेपी का आदमी था। उस वक्त यूपी में चुनाव था। सरकार चाहती थी सपा बदनाम हो। इसलिए छापा मारा गया। जिसने सपा का इत्र लॉन्च किया वो भी उसी मोहल्ले में था उसके भी मुंबई में ऑफिस हैं। जब बीजेपी को समझ आया कि गलती हुई है, तो उसके यहां भी छापा मार दिया। बीजेपी सरकार ने कांग्रेस से छापा मारना सीखा है। बीजेपी कांग्रेस के रास्ते पर चल रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी अग्निवीर व्यवस्था के खिलाफ है यह व्यवस्था कभी स्वीकार नहीं की जानी चाहिए। इस बजट से से प्रदेश का विकास नहीं हो सकता। यह कहते हुए अखिलेश यादव ने अपनी बात समाप्त की। 


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