तेल उद्योग में नैनो तकनीकी की है महत्वपूर्ण भूमिका

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज की ओर से आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन बुधवार को नैनो टेक्नोलॉजी इन हाइड्रोफैक्चरिंग के बारे में जानकारी दी गयी। माननीय कुलपति प्रो प्रदीप कुमार मिश्र के निर्देशन में आयोजित इस कार्यशाला का उदे्श्य छात्रों को इंजीनियरिंग के उभरते क्षेत्रों के लिए तैयार करना है। 

डॉ सौरभ मिश्र ने प्रतिभागियों बताया कि तेल उद्योग में नैनो तकनीकी के जरिये उत्पादन को बढ़ाया जाता है। साथ ही कहा कि सैंड कंट्रोल भी नैनो तकनीकी से किया जाता है। इस दौरान प्रतिभागियों नैनो तकनीकी से जुड़े कई सवाल भी कार्यशाला में विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों के 40 छात्रों ने भाग लिया है। 

सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज की ओर से कार्यशालाओ और शॉर्टटर्म कोर्स की श्रृंखला के दौरान आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, इंडस्टीयल ऑटोमेशन एंड स्मार्ट मैनुफैक्चरिंग, एनर्जी कन्वर्जन एंड स्टोरेज, सिन्थेसिस एंड कैरेक्टराइजेशन ऑफ नैनो मैटेरियल्स, नैनो टेक्नोलॉजी इन दी ऑयल इंडस्टी के बारे में छात्रों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज के निदेशक प्रो एमके दत्ता व डॉ अनुज शर्मा ने बताया कि कार्यशाला का उदेश्य छात्रों को नये प्रौद्योगिकी की जानकारी देना है।

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