जिलाधिकारी गांव गांव जाकर अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कर रहे हैं प्रेरित

देवरिया (नागरिक सत्ता)। देवरिया के जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन स्कूल चलो अभियान के तहत गांव गांव ईट भट्ठेे पर जाकर श्रमिकों को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए उन्हें अपने बच्चों के नाम निकटवर्ती परिषदीय विद्यालयों में कराने के प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने महुआडीह स्थित ईंट-भट्ठे का निरीक्षण भी किया और यहाँ कार्यरत श्रमिकों के बच्चों का नामांकन निकटवर्ती परिषदीय विद्यालय में कराने का निर्देश दिया। 

साथ ही डीएम आशुतोष निरंजन ने अधिकारियों को ईंट भट्ठे, होटल ढाबे, मलिन बस्तियों, दुकानों जैसे ड्रॉपआउट बच्चों के संवेदनशील पॉकेट्स में चिन्हीकरण की गति तेज करने को कहा जिससे शासन की मंशानुरूप सभी बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन समयबद्धता के साथ सुनिश्चित किया जा सके।

महुआडीह स्थित ईंट-भट्ठे पर बड़ी संख्या में बच्चे खेलते दिखे जिसपर जिलाधिकारी ने बच्चों के अभिभावकों से संवाद कायम किया और उन्हें शिक्षा के महत्व के विषय में समझाया और कहा कि प्रदेश सरकार 6-14 आयु वर्ग के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर रही है। बच्चों को ड्रेस, कॉपी किताब, जूते आदि भी दिए जाते हैं। मिड डे मील के तहत पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराया जाता है। शिक्षा सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने ईंट-भट्ठे के मैनेजर और श्रमिकों को चेतावनी भी दी यदि ईंट-भट्ठे पर बाल मजदूरी की सूचना मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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