नए विधायक सदन में दिखाएं अपनी प्रतिभा : सतीश महाना

  • सतीश महाना ने संवाद कार्यक्रम के तहत पूर्वांचल क्षेत्र के विधायकों से संवाद किया 


नागरिक सत्ता लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने प्रदेश के विधायकों के साथ क्षेत्रवार चल रहे ‘संवाद कार्यक्रम’ के तहत आज पूर्वांचल क्षेत्र के विधायकों के साथ हुई बैठक में एक बार फिर कहा कि आगामी बजट सत्र में नए विधायक अपनी प्रतिभा दिखाने का काम करें। उन्होंने वरिष्ठ सदस्यों से कहा कि वो प्रश्नकाल में नए सदस्यों को अपनी बात रखने का अधिक अवसर दें जिससे वह अपने क्षेत्र की समस्याओं से सदन को अवगत करवा सकें। 

उन्होंने कहा कि बजट सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष को बराबर का मौका मिलता है इसलिए ऐसे अवसर में अपनी बात रखने की पूरी कोशिश करें। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर एक साथ अपनी एकजुटता दिखाते पूरे देश मे उत्तर प्रदेश की छवि को बेहतरीन बनाना है।  

  • पूर्वांचल के पिछड़े छवि को बेहतर बनाने का समय आ गया है: सतीश महाना 

श्री महाना ने कहा कि कहा वर्षो से पूर्वांचल की छवि एक पिछड़े क्षेत्र के रूप में पेश की जाती रही है लेकिन अब समय आ गया है कि विकास का रास्ता प्रशस्त कर इसकी छवि को बेहतरीन बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कई दशकों से विधायिका की नकारात्मक छवि बनाई गयी लेकिन समय के साथ अब राजनीतिक माहौल बदल रहा है। अब एक से एक योग्य व्यक्ति राजनीति के क्षेत्र में आ रहे हैं। 

  • 18वीं विधानसभा के विधायक, विधायिका को बेहतर बनाने का काम कर रहे हैं

उन्होंने कहा कि 18वीं विधानसभा में ऐसे विधायक आए है जो विधायिका को बेहतर बनाने का काम कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि पूर्व की विधानसभाओं में काबिल विधायक नहीं थें पर उस काल खंड में विधायिका की छवि को नकारात्मक ढंग से पेश किया गया। हम सकको मिलकर अब इसे बदलने का काम करना है। 

विधानसभा अध्यक्ष श्री महाना ने कहा कि देश में इस तरह का ‘संवाद कार्यक्रम’ देश की किसी भी विधानसभा में अबतक नहीं हुआ। हमारा प्रयास यह है कि विधायिका के सम्मान को कैसे बढ़ाया जाए। मेरा मानना है कि यदि विधायिका का सम्मान रहेगा तभी विधायक का सम्मान भी होगा। 

  • नकारात्मक कार्यशैली से बचकर सकारात्मक कार्यो से बनाएं अपनी पहचान

उन्होंने विधायकों से कहा कि नकारात्मक कार्यशैली से बचकर अपने सकारात्मक कार्यो से अपनी पहचान बनाने का काम करें। उत्तर प्रदेश की गरिमा को आगे बढ़ाने का काम विधानसभा में सबको मिलकर करना है। श्री महाना ने फिर कहा कि प्रदेश में अपनी पहचान बनाने के लिए सदन से बड़ा कोई फोरम नहीं होता है। इसलिए आगामी बजट सत्र में विधानसभा सदस्य अपनी विशिष्टता साबित करने का प्रयास करें। विधानसभा की लाइब्रेरी में जाकर अध्ययन करें। कुछ सीखने के लिए परिश्रम तो करना ही पड़ता है। 

  • विधानसभा की गरिमा को बढ़ाने में हम सबको सहयोग करना चाहिए

इस मौके पर ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि श्री महाना जितने सुंदर हैं वैसी ही विधानसभा की सुंदर छवि बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसलिए हम सबको उन्हे सहयोग देना चाहिए। उमाशंकर सिंह ने कहा कि पहले देश में सरकारों की चर्चा होती थी लेकिन अब विधानसभाओं की चर्चा होती है। 

  • ज्यादा दिन तक सत्र चलने से बात रखने का अधिक अवसर मिलता है: 

डॉ रागिनी सोनकर ने सुझाव दिया कि सदन की कार्यवाही अधिक दिनो तक चलने से हमें अपनी बात कहने के अधिक अवसर मिलते हैं, और अधिक से अधिक मुद्दों को उठाने का मौका मिलता है।

इनके अलावा शलभमणि त्रिपाठी, टी.राम, रमेश मिश्र, जगदीश राय, वीरेन्द्र चौधरी, भूपेश चौबे, केतकी सिंह, पल्लवी पटेल समेत अन्य विधायकों ने भी संवाद कार्यक्रम में अपने विचार रखे। 

कार्यक्रम में मंत्री नंद गोपाल नंदी, अनिल राजभर, संजीव गौड़ तथा विजय लक्ष्मी गौतम के अलावा ओमप्रकाश राजभर भी उपस्थिति थे। प्रमुख सचिव विधानसभा प्रदीप दुबे ने सभी विधायकों को धन्यवाद देते हुए अपना आभार व्यक्त किया।

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