सबका साथ, सबका विकास, और सबका विश्वास यही है रामराज्य की अवधारणाः मुख्यमंत्री योगी

  • 2017 के पहले माफियाओं की पैरलर सरकार चलत थीः विधान परिषद में बोले मुख्यमंत्री योगी 

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज विधानमंडल के उच्च सदन विधानपरिषद में बजट पर सम्बोधित करते हुए सपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज छः वर्षों में उतर प्रदेश की पहचान बदली है। आज गुड गवर्नेंस है। वर्ष 2017 से पहले महिलाएं बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। संगठित अपराध में लिप्त माफियाओं की पैरलर सरकार चलती थी। आज बेहतर लॉ एंड ऑर्डर है। मुख्यमंत्री योगी के बयान पर विधान परिषद से समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने दिनभर के लिए वॉकआउट कर दिया। जिसपर मुख्यमंत्री ने कहा वो भाग खड़े हुए। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि पिछले छह वर्षों में ना तो मुख्यमंत्री और ना ही डिप्टी सीएम ने अपना कोई मुकदमा वापस लिया। जबकि वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने अपने हस्ताक्षर से स्वयं का मुकदमा वापस लिया, वह भी चुनाव आयोग से जुड़ा हुआ। जो वह वापस नहीं ले सकते थे। फिर वे दूसरों को उपदेश देते हैं। 

मुख्यमंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जातिवाद की बात करनेवालों की सरकार ने गरीब, वंचित वर्ग के बच्चों का हक छीनने का काम किया। हमारी सरकार ने बिना जाति, धर्म, मजहब का भेद किये सभी को योजनाओं का लाभ दिया है। यही है सबका साथ सबका विकास और रामराज्य की अवधारणा। 

मुख्यमंत्री बजट चर्चा पर विपक्ष खासकर समाजवादी पार्टी पर जातिवाद, समाजवादी, अपराधियों, माफियाओं और अखिलेश सरकार में कथित भ्रष्टाचार को लेकर हमलावर थे। अपने एक घण्टा 48 मिनट के सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने अपनी उपलब्धियां गिनायी, हालांकि इस दौरान समाजवादी पार्टी के सदस्य सदन में मौजूद नहीं थे। 

उन्होंने  रामचरित मानस और गोस्वामी तुलसीदास को लेकर चल रहे ताजा घटनाक्रम पर सवाल उठानेवालों पर कहा उनके संस्कार अपनी विरासत को कोसने वाले हैं, भगवान राम और मध्यकाल के महान संत तुलसीदास पर इस प्रकार की टिप्पणी कर रहे हैं, जिनकी विरासत पर देश दुनिया आकर्षित होती है। तुलसीदास जी ने जब रामचरित मानस लिखना प्रारंभ किया था, तब पोथी ही चोरी हो जाती थी। समस्या कितनी ही बड़ी क्यों न हो, ईश्वर की कृपा हो तो कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। मध्य काल में उन्होंने भारत का मार्गदर्शन करने वाले रामचरित मानस की रचना की। यह धार्मिक ग्रंथ गुलामी की बेडियों से मुक्त करने वाला है। उस काल में अकबर के दरबार में तुलसीदास ने कहा था कि मेरा एक ही राजा है। श्रीराम के अलावा मैं किसी को राजा नहीं मानता हूं। यूपी में जिन लोगों ने राम को कोसा था, जनता ने उन्हें कहां पहुंचा दिया। जो कहते थे अयोध्या में परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां भगवान राम का भव्य मंदिर बनने जा रहा है। 2024 में जब भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे तब पूरा भारत, पूरा विश्व हमारी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व की अनुभूति करेगा।

समाजवादी पार्टी की बार-बार जातीय जनगणना की मांग की तरफ इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने कल भी कहा था कि समस्या के समाधान के दो रास्ते होते हैं, या तो उसमें भाग लो या उससे भाग लो। हमारे पास समाधान करने वाली टीम है। हम वसुधैव कुटुम्बकम की बात करते हैं, वो जाति की बात करते हैं। जब हम ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की बात करते हैं तो वह जाति की बात करते हैं। जब हम बजट की बात करते हैं तो वो जाति की बात करते हैं। जब गरीब भूख से मर रहे थे तब यह लोग जाति की बात कर रहे थे। ये सब जानते हुए कि इसी कारण यूपी बर्बाद हुआ और नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा हुआ। इस संबंध में एक बड़े विद्वान ने कहा था कि समस्या का समाधान इस बात पर निर्भर करता है कि आपका सलाहकार कौन है। दुर्याेधन का सलाहकार शकुनि था और अर्जुन के सलाहकार श्रीकृष्ण थे। 

एक्साइज के पैसे पहले ऑस्ट्रेलिया में टापू खरीदने में जाता था, मुख्यमंत्री योगी ने कहा, यह बजट समग्र विकास के लिए आत्मनिर्भर बनाने वाला है। वन ट्रिलियन इकॉनमी के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं। हमने जो कहा, कर के दिखा दिया। इस बजट में हमने लोक कल्याण संकल्प पत्र के वादों को शामिल किया है। स्टेट एक्साइज में आज 45 हजार करोड़ का लाभ प्राप्त हो रहा है। यह पैसा प्रदेश का था। यह पहले इंग्लैंड में होटल और ऑस्ट्रेलिया में टापू खरीदने में चला जाता था।

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