इजरायल के महावाणिज्य दूत ने हमास के हमले में मारी गई भारतीय नर्स के घर पहुंच कर संवेदना व्यक्त की

 


लखनऊ (ना.स.)। भारतीय नर्स सौम्या संतोष के परिवार से रविवार को दक्षिण भारत में इजरायल के महावाणिज्य दूत जॉनाथन जडका मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सौम्या संतोष के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। सौम्या वही नर्स हैं जिनकी 11 मई को इजरायल पर हुए हमास के रॉकेट हमले में मौत हो गई थी। 

इस संबंध में बेंगलुरू स्थित इजरायल के महावाणिज्य दूतावास ने ट्वीट कर जानकारी दी। अपने ट्वीट में दूतावास ने लिखा कि सीजी जॉनाथन जडका इजरायल पर हुए हमास के हमले में अपनी जान गवाने वाली सौम्या संतोष के परिवार से मिलने पहुंचे। ट्वीट में दूतावास ने आगे लिखा कि इजरायली लोगों की ओर से ‘इजरायल इन बेंगलुरू’ शोक संतृप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही शांति बहाल होगी। वहीं जडका ने ट्वीट कर कहा कि मैं सौम्या संतोष के परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। हमारी प्रार्थना इस परिवार के साथ है जिसने हमास के कायरतापूर्ण आतंकी हमले में एक फरिश्ता खो दिया।

30 साल की सौम्या संतोष केरल के इडुक्की जिले में कांजीरामनाथम की रहने वाली थीं। वो इजरायल में अश्कलोन में एक बुजुर्ग महिला के यहां बतौर नर्स काम करती थीं। ये इलाका गजा पट्टी के पास है और हमले में बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सौम्या बीते 7 साल से इजरायल में रह रही थीं। उनका एक 9 साल का बेटा भी है जो केरल में उनके पति के साथ ही रहता है। परिवार की मानें तो हमले से थोड़ी देर पहले ही शाम को सौम्या ने अपने पति से वीडियो कॉल पर बात की थी।

सौम्या संतोष का शव 15 मई को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा था। इस दौरान एयरपोर्ट पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन और इजरायल दूतावास के राजनयिक रॉनी येद्दिया क्लेयन मौजूद थे। दोनों ने सौम्या को अपनी श्रद्धांजलि दी थी।


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