भारतीय संस्कृति, कला और शिल्प विश्व भर में अनूठी: आनंदीबेन पटेल

  • ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अन्तर्गत लोहिया पार्क में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अन्तर्गत उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज द्वारा मुक्ता काशी मंच डॉ राम मनोहर लोहिया पार्क गोमतीनगर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि अमृत महोत्सव का यह वर्ष जन-जन की चेतना को स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष की महान गाथाओं, महापुरूषों की स्मृतियों एवं उनकी मूल प्रेरणाओं से जोड़ने का अवसर है। उन्होंने कहा कि हमारे तिरंगे की आन-बान और शान बनी रहे, इसके लिये जरूरी है कि हम अपनी एकता को मजबूत रखें और अपनी आजादी की रक्षा के लिए, त्याग और बलिदान के उसी जज्बे से काम करें जिसके साथ हमारे शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी की जंग लड़ी थी।

राज्यपाल ने कहा कि कला की साधना हर कोई नहीं कर सकता, लेकिन जो इस साधना को कर लेता है उसका जीवन सफल हो जाता हैं। यह मानना हर उस कलाकार का है जो सभी चुनौतियों को पार कर के अपने सपनों में रंग भरने की कोशिश करता है। उन्होंने कहा कि आज लोक स्मृति में बसे लोक गीतों को संरक्षित रखने की आवश्यकता है क्योंकि इतिहास जिनके बारे में नहीं लिखता उन असंख्य बलिदानियों की कहानियों को लोकगीत की इस परम्परा में सुरक्षित रखा गया है।

आनंदीबेन पटेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति, कला और शिल्प विश्व भर में अनूठी और विशिष्ट है। यह हमारी विरासत है, धरोहर है और जीवन शैली है। सामाजिक समरसता, देश की एकता, अखंडता और वैविध्य में एकता का सबसे महत्वपूर्ण सूत्र हमारी संस्कृतियों, ललित एवं प्रदर्शनकारी कलाओं और शिल्प कलाओं से होकर गुजरता है। उन्होंने उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की सराहना की और कहा कि यह संस्था संस्कृति के तमाम रूपों को बहुत जिम्मेदारी से सहेजने, संरक्षित करने और जनमानस में पहुंचाने के दायित्व का निर्वाह कर रही है।

राज्यपाल ने रानी खानम की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने कई चुनौतियों का सामना करते हुए कथक में नये-नये आयाम स्थापित किये। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों, एचआईवी की गम्भीरता, लैंगिक समानता और विकलांगता जैसे मुद्दों में नृत्य प्रस्तुतियां देकर यह सिद्ध कर दिया कि इस प्रकार के गम्भीर सामाजिक मद्दे भी नृत्य प्रस्तुतियों का विषय बन सकते हैं।

इस अवसर पर रानी खानम के निर्देशन में दिव्यांगों एवं अन्य कलाकारों द्वारा देश भक्ति पर आधारित सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति तथा लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने देश भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसका राज्यपाल ने अवलोकन किया।

कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज के निदेशक प्रोफेसर सुरेश शर्मा, कलाकारगण तथा बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।


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