मुख्यमंत्री योगी ने 260 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 144 आवासीय, अनावासीय भवनों का लोकार्पण किया

  •  ड्रग्स, जहरीली शराब या कोई भी अवैध तथा अनैतिक गतिविधि को रोकने के लिए पुलिस बल को मजबूती के साथ काम करना होगाः मुख्यमंत्री

  • पुलिस कार्मिकों को दी जाने वाली सुविधाओं में वृद्धि के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्धः मुख्यमंत्री

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री ने आज लोक भवन सभागार में पुलिस बल को बेहतर आधारभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न जनपदों में 260 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 144 आवासीय, अनावासीय भवनों का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया। लोकार्पित किये गये भवनों में जनपद अमरोहा, अयोध्या, औरैया, अलीगढ़, आगरा, आजमगढ़, कानपुर नगर, कौशाम्बी, गाजीपुर, गोण्डा, गौतमबुद्धनगर, चन्दौली, जौनपुर, प्रयागराज, फिरोजाबाद, बरेली, बलरामपुर, बस्ती, बांदा, बागपत, बाराबंकी, मथुरा, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, महोबा, मैनपुरी, रायबरेली, लखनऊ, ललितपुर, वाराणसी, संतरविदासनगर, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, हमीरपुर तथा हाथरस के हॉस्टल, बैरक, विवेचना कक्ष, प्रशासनिक भवन, थाना एवं पुलिस चौकियां शामिल हैं।

लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विगत 5 वर्षों में पुलिस व्यवस्था के क्षेत्र में किये गये कार्यों का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था देश के लिए नजीर बनी हुई है। विगत 5 वर्षों में पारदर्शी व्यवस्था के माध्यम से बिना भेदभाव 1.62 लाख से अधिक पदों की पुलिस भर्ती प्रक्रिया को प्रदेश में सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया है। उन्होंने कहा कि हम प्रयास करेंगे तो सकारात्मक परिणाम भी हमारे पक्ष में आएगा। उन्होंने कहा कि भर्तियों के साथ ही पुलिस कार्मिकों के उचित प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण की क्षमता को बढ़ाया गया। समय के अनुरूप देश व दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल को स्थापित करने के लिए उसके आधुनिकीकरण की व्यवस्था बनायी गयी। प्रदेश में पहली बार 18 परिक्षेत्रीय मुख्यालयों पर साइबर लैब्स की स्थापना की गयी। विधि विज्ञान प्रयोगशाला की संख्या को 4 से बढ़ाकर 12 तक पहुंचाया गया। प्रदेश में विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) का गठन किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रदेश से पहले उद्यमी तथा व्यापारी पलायन कर रहे थे, उस उत्तर प्रदेश में 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होना एक गौरव की बात है। धार्मिक स्थलों से बिना किसी विवाद के माइक का उतरना या सड़कों पर कोई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन न होना यह प्रदेश में सम्भव हुआ है। इससे प्रदेश की छवि बदली है। पुलिस की एक धमक जो अपराधी के मन में भय पैदा करे, लेकिन एक आम नागरिक के मन में सम्मान का भाव पैदा करे, आज उत्तर प्रदेश पुलिस उस दिशा में अग्रसर हुई है। इसी मार्ग पर आगे बढ़कर उसे अपनी मंजिल को प्राप्त करना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब देश में रूल ऑफ लॉ की बात होती है, तो उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था एक मॉडल के रूप में सामने आती है। हमने तकनीकी तथा आधुनिकीकरण पर ध्यान दिया है, लेकिन आपकी मानवीय संवेदना गायब नहीं होनी चाहिए। प्रदेश की कानून-व्यवस्था के लिए तकनीकी महत्वपूर्ण है। लेकिन तकनीक में ही कैद होकर न रह जाएं, यह चुनौती हमारे सामने है। उन बातों को चिन्हित करने की आवश्यकता है, जिनके कारण कोई व्यक्ति पुलिस की शिकायत करता है अथवा पुलिस को प्रश्न के दायरे में खड़ा करता है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आम नागरिक के मन में विश्वास पैदा करने का कार्य संवाद व बातचीत के माध्यम से किया जा सकता है। व्यक्ति की शिकायत को सुनकर उसका मेरिट के आधार पर समयबद्ध तरीके से निस्तारण किया जाना चाहिए। कोई भी व्यक्ति जो प्रदेश का निवासी है अथवा यहां रह रहा है, उसकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। हमारे माध्यम से सभी को सुरक्षित महसूस करने का पूरा अधिकार है। इस दृष्टि से अपने अच्छे व्यवहार के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति के मन में पुलिस की अच्छी छवि प्रस्तुत करने की आवश्यकता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में युवा पीढ़ी के सामने नशे के रूप में एक बड़ी चुनौती है। नशे के कारोबारी युवा पीढ़ी के साथ खिलवाड़ करते हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस को नशे के खिलाफ वृहद अभियान छेड़ते हुए नशे के कारोबारियों को कानून के शिकंजे में कैद करना होगा। ड्रग्स, जहरीली शराब या कोई भी अवैध तथा अनैतिक गतिविधि राष्ट्रीय अपराध है। इनके खिलाफ सरकार की नयी मुहिम प्रारम्भ हुई है। इस अभियान में उत्तर प्रदेश पुलिस बल को पूरी मजबूती के साथ काम करना होगा। यह देश को बचाने की मुहिम है।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री देवेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जी पुलिस विभाग के लिए सुविधाओं तथा विभाग को दिशा देने के लिए सतत मनन करते रहते हैं। उत्तर प्रदेश का पुलिस बल विश्व का सबसे बड़ा पुलिस बल है। मुख्यमंत्री जी के कार्यकाल में इस बल की संख्या में डेढ़ लाख से अधिक की वृद्धि हुई है। यह फोर्स जनता के लिए है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशान्त कुमार सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तथा जवान उपस्थित थे।


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