युपी: हाथरस के बहाने दंगा फैलाने की साजिश के लिए हुई थी 100 करोड़ की फंडिंग


हाथरसः 07 अक्टूबर, 2020 
गैंगरेप की कथित घटना के बहाने दंगे फैलाने की साजिश को लेकर ‘‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया‘‘ का नाम सामने आ रहा है। सूत्रों के अनुसार यूपी में जातीय दंगे फैलाने के लिए 100 करोड़ रुपए की फंडिंग मिली थी, इसमें से 50 करोड़ मॉरिशस से आए थे। यह वही संगठन है जिसका नाम दिल्ली में हुए दंगों में भी आया था। दिल्ली से हाथरस जा रहे 4 कार्यकर्ता मंगलवार रात मथुरा में पकड़े गए थे। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इनके पास 6 स्मार्टफोन, एक लैपटॉप, ‘‘जस्टिस फॉर हाथरस विक्टिम‘‘ और कुछ पम्पलेट मिले थे। स्थानीय कोर्ट ने चारों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।



शुरुआती जांच में सामने आया है कि दंगे फैलाने और फिर बचकर भागने के टिप्स बताने वाली वेबसाइट से भी चारों आरोपियों का कनेक्शन है। यह भी पता चला है कि कुछ लोग वेबसाइट के जरिए फंड जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। इनसे जुड़े संगठन और कार्यकर्ता भीड़ जमा करने, अफवाह फैलाने, चंदा जुटाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने की आड़ में देश विरोधी काम करते हैं।इनके जरिए भारत के खिलाफ प्रचार किया जा रहा है। जैसे मॉब लिंचिंग की घटना का दुष्प्रचार, हाल में मजदूरों के पलायन और कश्मीर को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। वेबसाइट्स का मकसद जातिगत दुश्मनी को बढ़ावा देना और समाज में अस्थिरता पैदा कर दंगे फैलाना है। इनके जरिए बताया जाता है कि दंगों के दौरान पहचान कैसे छिपाएं और माहौल कैसे बिगाड़ें।


पुलिस अब जांच करेगी कि ये प्लेटफॉर्म किसने और किस मकसद से बनाए। अब तक इन वेबसाइट्स से कितना पैसा जुटाया गया। जो फंड जुटाया उसे कहां इस्तेमाल किया और किस-किस के खाते में पैसे भेजे गए। अवैध फंडिंग को लेकर ईडी भी मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से शुरुआती जांच कर रहा है। 


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