महात्मा गाँधी प्रौद्योगिकी के सकारात्मक प्रयोग के समर्थक थेः प्रो बी अरूण कुमार
लखनऊः 02 अक्टूबर, 2020
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गयी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पाठक ने डिजिटल लाइब्रेरी स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर एवं लाल बहादुर शास्त्री के स्मृतिचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित किया। विवि के प्रतिकुलपति प्रो विनीत कंसल एवं कुलसचिव नन्द लाल सिंह द्वारा भी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के स्मृतिचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित किया गया।
इस अवसर पर गाँधी और टेक्नोलॉजी विषय पर एक वेबिनार का आयोजन भी किया गया। वेबिनार में वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के आचार्य प्रो बी अरुण कुमार ने बतौर मुख्य वक्ता प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी प्रौद्योगिकी के सकारात्मक प्रयोग के समर्थक थे। गाँधीजी के विचार ग्रामीण अंचलों के विकास में तकनीक की भूमिका कर कार्य करने को प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान जब पूरा भारत लॉकडाउन में था तब ग्रामीण अंचलो में लोग प्रवासियों को शरण दे रहे थे। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि गाँधीजी की दूरदर्शिता थी कि ग्रामीण अंचलों का विकास हो, जिससे पलायन रुके। गाँधी जी के विचारों के अनुरूप में हमें अपनी तकनीक का विकास करना चाहिए। गाँधीजी कहते थे कि तकनीक ऐसी हो, जिसे हम नियंत्रित करें न कि तकनीक हमें नियंत्रित करे।
कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने कहा कि गाँधीजी की जयंती के अवसर पर विवि द्वारा गोद लिए गये टीबी से ग्रसित बच्चो को प्रोत्साहित करने के लिए गाँधी से सम्बन्धित साहित्य एवं मास्क उनके घर जा कर प्रदान किये गये। वेबिनार का संचालन विवि के परामर्शी दिनेश पाठक ने किया। वेबिनार में विवि के मीडिया प्रभारी अशीष मिश्रा सहीत सभी डीन, अधिकारी एवं कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।
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