शोध मीडिया त्रैमासिक कम्युनिकेशन टुडे द्वारा 'करोना काल में जनसंपर्क और विज्ञापन के स्वरूप' विषय पर वेबीनार का आयोजन

लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की सहायक आचार्य डॉ तनु डंग को आज जयपुर से प्रकाशित शोध मीडिया त्रैमासिक कम्युनिकेशन टुडे द्वारा अपनी वेबीनार श्रृंखला की 28 वीं कड़ी में 'करोना काल में जनसंपर्क और विज्ञापन के स्वरूप'  विषय पर वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम में आईसीएसएसआर की वरिष्ठ रिसर्च फेलो प्रो जयश्री जेठवानी एवं एंड फैक्टर दिल्ली के निर्देशक डॉ समीर कपूर भी सम्मिलित हुए।


डॉ तनु डंग ने कोविड-19 के दौरान ब्रांडों द्वारा किए गए प्रचार का विस्तार से विश्लेषण किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार इस मुश्किल समय में लोगों का साथ देने वाले ब्रांड्स ने बाजार में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार बड़ी कंपनियों ने सीएसआर के अंतर्गत लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर दवाइयां एवं वैक्सीन उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही उन्होंने बताया कि आने वाले समय में प्रचार के लिए डाटा माइनिंग का इस्तेमाल किया जाएगा एवं उपभोक्ताओं को छोटे-छोटे वर्गों में विभाजित कर उनकी आवश्यकताओं पर आधारित संचार किया जाएगा। 


प्रो जेठवानी ने कोविड-19 में विज्ञापनों में आई कमी से मीडिया संगठनों पर पड़ने वाले प्रभाव की चर्चा की। साथ ही उन्होंने सरकार की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। डॉ कपूर ने अपने वक्तव्य में कोविड-19 में ब्रांड द्वारा किए गए संचार के नए प्रयोगों की  चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार ब्रांड ने डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग कर अपने उपभोक्ताओं तक पहुंचने का प्रयास किया है।


कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन कम्युनिकेशन टुडे के संपादक एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो संजीव भानावत द्वारा किया गया। प्रो भानावत ने कार्यक्रम के अंत में सभी वक्ताओं के व्याख्यान का सार प्रस्तुत करते हुए धन्यवाद दिया।




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