आंगनबाड़ी केंद्रों को सुदृढ़ बनाने के लिए एकेटीयू द्वारा किये गए प्रयास अभिनंदनीय: योगी आदित्यनाथ

 


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र शिक्षा व्यवस्था की नींव हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों को सुदृढ़ बनाने के लिए एकेटीयू द्वारा किये गए प्रयास अभिनंदनीय है। उन्होंने कहा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर तीन से पांच वर्ष के बच्चे आते हैं, जिन्हें पोषण और प्रशिक्षण दोनों की आवश्यकता होती है। आंगनबाड़ी केन्द्रों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए विश्वविद्यालय के सम्बद्ध संस्थानों द्वारा किया गया सहयोग सराहनीय कदम है। यह कार्य अन्त्योदय के लक्ष्य की पूर्ति में प्रेरणा का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्री-प्राइमरी के तौर पर विकसित करने की योजना पर कार्य कर रही थी, किन्तु कोविड महामारी के कारण उस समय योजना को मूर्तरूप नहीं दिया जा सका। किन्तु एकेटीयू द्वारा किये गये प्रयासों से आंगनबाड़ी केद्रों के पुर्नवास में मदद मिली है।

इससे पहले कार्यक्रम में विवि के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने सभी का स्वागत किया। प्रो पाठक ने बताया कि सीएसजेएम विवि एवं एकेटीयू के कानपुर स्थित 40 सम्बद्ध संस्थानों द्वारा 75 आंगनबाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाने के लिए सहयोग प्रदान किया गया है। 


उन्होंने कहा कि इससे पूर्व लखनऊ की 130, वाराणसी के 16, मेरठ और प्रयागराज में एक एक आंगनबाड़ी केंद्र को सुविधा सम्पन्न बनाने का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि विवि की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में सामाजिक कार्यों में विश्वविद्यालयों ने प्रतिभाग करना प्रारंभ किया है। उन्होंने कहा कि विवि के शिक्षकों एवं अधिकारियों द्वारा टीबी ग्रस्त बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज सीएसजेएम कानपुर विवि भी सामाजिक कार्यों से जुड़ा है।


एकेटीयू के सात सम्बद्ध संस्थानों को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों को सुविधा संपन्न बनाने में सहयोग देने के लिए मंच से सम्मानित किया गया। इन 7 संस्थानों में एक्सिस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, पीएसआईटी, कानपुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, महाराणा प्रताप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, नारायणा विद्यापीठ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, ऐलेन हाउस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तथा कानपुर इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, शामिल हैं। इन संस्थानों से प्राणवीर सिंह, आशीष मलिक, अनिल अग्रवाल, कुमार अक्षय, गौरव भदौरिया, उदित नारायण, भगवान जगवानी को प्रमाणपत्र प्रदान किये गए।

सामाजिक परिवर्तन लाना है तो सबको भागीदार बनाना आवश्यक: आनंदीबेन पटेल

विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यदि सामाजिक परिवर्तन लाना है, तो सबको भागीदार बनना होगा। उन्होंने कहा कि एकेटीयू के द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेने का अविस्मरणीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि विवि का कार्यं सिर्फ शिक्षण, प्रशिक्षण एवं शोध का नहीं है। विवि का एक कार्य सामाजिक उत्थान एवं पुर्नवास का भी है। उन्होंने कहा कि सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए विवि एवं उनके सम्बद्ध संस्थानों को योजना बना कर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि इस मुहिम की सफलता इस बात की घोतक है कि शासकीय कोष की सहायता के बिना भी विकास के कार्यों को गति प्रदान की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिनके पास पर्याप्त मात्रा में संसाधन हैं उन्हें सामाजिक कार्यों में सहयोग प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग सुविधा सम्पन्न जीवनयापन कर रहे हैं उन्हें अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र पर समय-समय पर ले जाना चाहिए, जिससे उनके बच्चे भी बड़े होकर आंगनबाड़ी केन्द्रों को को गोद लेकर सामाजिक समरसता के कार्यों में भागीदारी दे सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों को बढ़-चढ़ कर सामाजिक कार्यों में सहयोग देना चाहिए। क्योंकि जब वह नैक एक्रिडेशन के लिए आवेदन करेंगे तो उन्होंने सामाजिक कार्यों के सम्बन्ध में भी जानकारी साझा करनी होगी।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 58 हजार गाँव हैं और 60 हजार से अधिक उच्च शिक्षा संस्थान एवं विश्वविद्यालय हैं। यदि हर एक विश्वविद्यालय एवं संस्थान एक-एक गाँव गोद लेकर ग्रामीण अंचलों के विकास के लिए पहल करे तो प्रदेश की तस्वीर बदल सकती है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कदम उत्तर प्रदेश को उत्कृष्ट प्रदेश बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। 

कार्यक्रम में आंगनबाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाने के लिए एजुकेशनल खिलौने, एबीसीडी, नंबर, पजेल, ब्लॉक्स, टाय फल, टाय एनीमल, एजुकेशनल मैप, प्लेबुक, पिक्टोरियल स्टोरी बुक, वाइट बोर्ड, वजन मशीन, हाईट गेज, फर्स्ट एड बॉक्स, हैण्डवास, ट्राई साईकिल, झूले, किड्स टेबल-चेयर, एवं खाने के बर्तन आदि प्रदान किये गये।

कार्यक्रम में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट मिनिस्टर सतीश महाना, राज्यमंत्री उच्च शिक्षा नीलिमा कटियार, कानपुर के मेयर प्रमिला पाण्डेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन के अधिकारी,विवि के कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव, विवि के समस्त डीन, शिक्षक एवं अधिकारी उपस्थित रहे।


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