जीवन में देश-हित कार्यों को प्राथमिकता दें: आनंदीबेन पटेल

 अपने भ्रमण में सीमावर्ती क्षेत्रों को भी शामिल कर अनुभव प्राप्त कर सीमा सुरक्षा बल की चुनौतियों को समझने की आवश्यकता


क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने वाली योजनाओं और उनके लाभार्थियों से मिलकर बदलाव को समझने की जरूरत है

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन स्थित जनकक्ष में छात्र संसद से जुड़कर देश भ्रमण के दौरान प्रदेश भ्रमण पर आए 45 छात्र-छात्राओं से भेंट कर विद्यार्थियों से उनके भ्रमण के दौरान प्राप्त अनुभवों की जानकारी प्राप्त की और निरंतर विकास के लिए उन्हें जीवन में सदैव सक्रिय बने रहने की प्रेरणा दी।

विद्यार्थियों की जिज्ञासा पर अपने राजनीतिक जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए राज्यपाल ने उन्हें किसी भी योजना के क्रियान्वयन में लगने वाले समय के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में कई समस्याएं देरी का कारण होती हैं। समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। समस्या का समाधान होने से ही परिवर्तन आता है।

राज्यपाल ने विद्यार्थियों को पढ़ने की आदत बनाए रखने और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का उपयोग सीमित और विकास कार्यों के लिए करने को प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि भ्रमण के दौरान वे जिस विभाग के केंद्रीय या प्रदेश के मंत्रीगणों से भेंट करते हैं, उनसे उस विभाग की योजनाओं और उसकी प्रगति की जानकारी भी लेें। राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थी देश और प्रदेश की व्यवस्था और जीवनशैली में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने वाली योजनाओं उनके लाभार्थियों से मिलकर प्रगति को जानें, बदलाव को जानें। उन्होंने छात्र-छात्राओं को भ्रमण कार्यक्रम में सीमावर्ती क्षेत्रों को शामिल करने तथा वहां ड्यूटी कर रहे जवानों से मिलकर सीमा सुरक्षा बल की चुनौतियों और उनके समाधानों का अनुभव भी प्राप्त करने को कहा।

विद्यार्थियों ने राज्यपाल से उनके राजनीतिक जीवन में जमीनी स्तर पर किये गए सुधारों, शिक्षा सुधारों, महिलाओं के विकास और सुरक्षा संबंधी कार्यों की जानकारी भी ली। विद्यार्थियों ने आरक्षण की उपयोगिता, सरकारी कार्यप्रणाली, ई-गवर्नेंस के प्रभावी क्रियान्वयन, प्रतिभा पलायन जैसे अनेक ज्वलंत विषयों पर भी जिज्ञासायें प्रकट कीं। राज्यपाल ने अति पिछड़ों को समाज में आगे लाने की आवश्यकता, कार्यालयों में फाइल-प्रचलन, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की जन-साधारण में समझ तथा प्रतिभाओं के लिए अपने प्रदेश में ही स्थान कैसे बनाया जा सकता है जैसे बिंदुओं के साथ विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि आप सब शिक्षा के उपरांत अपने व्यावसायिक जीवन में अग्रसर होंगे, तब ये अनुभव आपके लिए उपयोगी सिद्ध होंगे। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में देश-हित के कार्यों को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित किया। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से उनके आगामी भ्रमण कार्यक्रम, ट्रांसपोर्ट तथा आवास व्यवस्था की जानकारी भी ली तथा उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। 

राज्यपाल से आज छात्र संसद टूर पर आये वडोदरा स्थित पारुल विश्वविद्यालय देश के विविध आईआईटी, आईआईएम तथा एनएलयू शिक्षण संस्थानों से 45 छात्र-छात्राओं के दल ने मुलाकात की और राजभवन परिसर का भ्रमण किया। इस दौरान विद्यार्थियों के साथ छात्र संसद एनजीओ के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।


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