एमिटी यूनिवर्सिटी में ई-गवर्नेंस पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

लखनऊ। एमिटी बिजनेस स्कूल, एमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ कैंपस द्वारा ’ई-गवर्नेंस- एम्पावरिंग सिटीजन एंड ऑर्गनाइजेशन फॉर नेशन बिल्डिंग’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आज समापन हो गया। 

समापन समारोह के मुख्य अतिथि सलाहकार मॉडल गांवए अतिरिक्त मिशन निदेशक-यूपी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आईएएस डॉ हीरा लाल, प्रति कुलपति एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर, डॉ सुनील धनेश्वर और निदेशक एमिटी बिजनेस स्कूल एवं एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लिबरल आर्ट्स प्रो. रोहित कुशवाहा सहित इस अवसर पर प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ हीरा लाल ने विस्तार से बताया कि कैसे ई-गवर्नेंस नागरिकों और संगठनों को राष्ट्र निर्माण के लिए सशक्त बना रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र में डिजिटलीकरण के कारण प्रशासनिक प्रक्रियाओं में बहुत बदलाव आया है-प्रौद्योगिकी ने तेजी के साथ लक्ष्यों को प्राप्त करने और कार्यकुशलता को उन्नत करने का मार्ग प्रशस्त किया है।

प्रो डॉ सुनील धनेश्वर ने राष्ट्र निर्माण के लिए ई-गवर्नेंस के महत्व और इन प्रावधानों के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया। इस अवसर पर प्रोफेसर धनेश्वर ने एमिटी बिजनेस स्कूल की टीम को एक बहुत ही प्रासंगिक विषय पर एक सम्मेलन आयोजित करने के लिए बधाई दी।

सम्मेलन के दौरान ’डिजिटल इंटरडिपेंडेंस फार इकानामिक ग्रोथः इशू एण्ड चौलेंजेज’ विषय पर एक समूह चर्चा का भी आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सलाहकार और यूपीएसआईडीसी के अध्यक्ष पूर्व आईएएस आलोक रंजन, सीईओ कंप्रेहन्सिव हेल्थ इंश्योरेंस आईएएस संगीता सिंह और एसोसिएट डायरेक्टर गवर्नमेंट एडवाइजरी केपीएमजी डॉ नियाज अहमद ने पैनलिस्ट के रूप में भाग लिया।


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