अग्निपथ मामले में राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच ने केन्द्र सरकार से स्वेत पत्र जारी करने की मांग की

  • युवाओं की मागों पर विचार नहीं किया गया तो राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के बैनर तले  नौजवान करेंगे संसद का घेराव 

शशांक शेखर सिंह पुष्कर

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर सिंह पुष्कर ने दारूलसफा में बैठक में बैठक के दौरान केंद्र सरकार से अग्निपथ मामले में श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। शशांक शेखर सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के प्रति देश के नौजवानों के मन में अविश्वसनीयता बैठ गई है। युवा अपने रोजगार एवं भविष्य को लेकर चिंतित है। पूर्व में दो करोड़ रोजगार देने की बात जुमला साबित हो चुका है। रोजगार को लेकर केंद्र की नीतियां फिसड्डी साबित हो चुकी है। लिहाजा अग्निपथ नाम और काम दोनों पर सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। 

श्री सिंह ने कहा कि अग्निपथ के परिप्रेक्ष्य में सरकार की मंशा ना तो पारदर्शी है और ना ही कोई ठोस नींव पर आधारित है। केंद्र सरकार को युवाओं के रोजगार एवं भविष्य के साथ धोखा व छलावा बंद कर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ किसी भी स्तर पर खिलवाड़ नहीं होने देंगे। इसके लिए हम सड़कों पर उतरेंगे। 

हम छात्रों, नौजवानों, बेरोजगारों के बुनियादी सवालों एवं समस्याओं को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को हमेशा आगाह कराते रहे है। यदि इस विषय पर गंभीरता से ध्यान दिया जाता तो आज हिंसा का शिकार नहीं होना पड़ता। आउटसोर्सिंग, निजीकरण का सार्वजनिक मंच के माध्यम से युवा जागरुकता एवं न्याय यात्रा के माध्यम से तमाम प्रयास किए गए। हाल ही में 7 जून को नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर युवा सत्याग्रह कार्यक्रम का आयोजन कर 5 सूत्रीय मांग-पत्र प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को प्रस्तुत किया गया। केंद्र सरकार आनन-फानन में दबाव महसूस करते हुए हरकत में आई लेकिन वास्तविकता एवं धरातल से दूर सिर्फ खानापूर्ति करते हुए प्रधानमंत्री ने कैबिनेट बैठक बुलाई एवं सभी विभागों में 10 लाख रोजगार डेढ़ वर्ष में देने की घोषणा कर दिया। युवा मामलों के मंत्री भी प्रधानमंत्री के हां में हां मिलाते हुए बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके 10 लाख रोजगार का ढिंढोरा पीटने लगे। खैर यह संगठन के लिए बड़ी उपलब्धि है।

शशांक शेखर सिंह ने कहा कि सरकार युवा आधारित नीति के तहत राष्ट्रीय युवा कल्याण आयोग, योग्यता कुशलता के आधार पर राष्ट्रीय रोजगार गारंटी जैसी ठोस एवं रचनात्मक कार्य योजना बनाकर एवं क्रियान्वयन कर बेरोजगारी जैसी बड़ी समस्या से नौजवानों को राहत दे सकती है। लेकिन अग्निपथ जैसी कार्ययोजना बनाकर वाहवाही लूटने की कोशिश की गई। यदि केंद्र सरकार नौजवानों में अपनी विश्वसनीयता वापस लाना चाहती है तो 6 महीने के अंदर युवा सत्याग्रह के माध्यम से सौपे गए 5 सूत्रीय मांग पत्र पर गंभीरता से विचार करें अन्यथा 6 महीने के बाद राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के बैनर तले देश का नौजवान संसद का घेराव करेगा। 

नौजवानों से शशांक शेखर सिंह पुष्कर ने आवाहन किया कि राजनीतिक दलों के मोहरे के रूप में कार्य करने के बजाए नौजवानों को अपनी लड़ाई स्वयं लड़नी पड़ेगी, विपक्षी पार्टियां स्थाई समाधान के बजाय सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप में उलझा कर आने वाली पीढ़ियों का भविष्य बर्बाद करती रहेंगी। इनसे सजग रहने की आवश्यकता है।

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