एमिटी विश्वविद्यालय में एडवांसेज इन डेटा साइंस पर संगोष्ठी का आयोजन

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी, एमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ कैंपस ने आज एडवांसेज इन डेटा साइंस एण्ड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज में प्रगति विषय पर एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। यह कार्यक्रम ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन दोनों माध्यमों पर आयोजित किया गया।

प्रो वाइस चांसलर डॉ सुनील धनेश्वर, डीन अकादमिक डॉ राजेश तिवारी, विंग कमांडर डॉ अनिल कुमार, सहायक प्रो वीसी और निदेशक एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग टैक्नोलाजी, डॉ कुलदीप कुमार, प्रोफेसर सेंटर फॉर डेटा एनालिटिक्स बॉन्ड बिजनेस स्कूल, बॉन्ड यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया और डॉ असिता कुलश्रेष्ठ, विभागाध्यक्ष एएसएएस एमिटी लखनऊ ने दीप प्रज्जवलित कर संगोष्ठी का उद्घाटन किया। 

आईआईटी कानपुर केे प्रो शलभ, प्रो ओपी व्यास, आईआईआईटी इलाहाबाद डॉ प्रवीण कुमार मिश्रा, गणित और सांख्यिकी विभाग डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ और डॉ. अमित कुमार मिश्रा, सांख्यिकी विभाग, बीबीएयू, लखनऊ ने ऑनलाइन मोड के माध्यम से संगोष्ठी में भाग लिया।

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ सुनील धनेश्वर ने जीवन के हर क्षेत्र में मुख्य रूप से स्वास्थ्य क्षेत्र में डेटा साइंस के कार्यान्वयन की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ राजेश कुमार तिवारी ने अतिथियों का स्वागत किया और शिक्षाविदों को बीच डाटा साइंसे और अकादमिक संतुलन को बनाए रखने के लिए अनुसंधानों में डेटा विज्ञान के प्रयोग पर जोर दिया।

डॉ. कुलदीप कुमार ने डार्क डेटा और इसके वर्गीकरण पर व्याख्यान दिया। उन्होंने डेटा का विश्लेषण करते हुए प्राप्त हुए बेशुमार डेटा से निपटने के तरीकों के बारे में बताया। संगोष्ठी के दौरान प्रो कुलदीप कुमार सेंटर फॉर डेटा एनालिटिक्स बॉन्ड यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया और एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बीच संयुक्त रूप से रिसर्च स्कालर्स का मार्गदर्शन करने और उच्च गुणवत्ता वाले शोध पत्रों और परियोजनाओं के प्रकाशन के उद्देश्य से एक शोध सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर भी किए गए।

विंग कमांडर डॉ अनिल कुमार ने इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि संगोष्ठी का उद्देश्य प्रतिभागियों को ज्ञान में एक विशिष्ट गुणात्मक बढ़त और क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञों से डेटा विज्ञान में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए पर्याप्त कौशल स्तर प्रदान करना है। इसका लाभ हमारे विद्यार्थियों को डेटा विज्ञान के अध्ययन में मिलेगा।


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