विधानसभा का प्रथम सत्र 23 मई से, सर्वदलीय बैठक संपन्न

  • विधानसभा अध्यक्ष ने प्रथम सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए सहयोग की अपील की

  • सत्र शुरू होने के पूर्व विधायकों को दिया जाएगा दो दिवसीय प्रशिक्षण

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने 23 मई से प्रारम्भ हो रहे 18वीं विधान सभा के प्रथम सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है। विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने विधान सभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया।

विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा देश की सबसे बड़ी विधान सभा है। स्वाभाविक रूप से उत्तर प्रदेश विधान सभा की कार्यवाही पूरे देश के विधान मण्डलों के लिए एक मानक और आदर्श भी उपस्थित करती है।

संसदीय कार्य मंत्री ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता एवं प्रतिबद्धता के साथ सदन में प्राप्त सदस्यों के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने, विकास की योजनाओं को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए तत्परतापूर्वक कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्रवाही के लिए प्रतिबद्ध है।

विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि समय की जो मांग है उस परिपेक्ष्य में उत्तर प्रदेश विधान सभा ई-विधान लागू करने वाला देश का तीसरा प्रदेश होगा। सभी सदस्यों को वरिष्ठता के आधार पर सीट आवंटन के आशय से दलीय नेताओं से विचार-विर्मश किया गया। प्रश्नों को सदन में लगाए जा रहे स्क्रीन पर दिखाये जाने के साथ ही प्रश्नों के सापेक्ष अनुपूरक प्रश्नों एवं सदस्यों को ई-विधान के प्रशिक्षण सहित यूट्यूब सोशल मीडिया एवं सत्र की कार्यवाही के सजीव प्रसारण पर भी चर्चा की गई। 18वीं विधान सभा के आहूत सत्र में प्रथम बार ई-विधान लागू करने के साथ ही एजेण्डा सहित अन्य साहित्य की हार्ड कापी भी इस सत्र में उपलब्ध करायी जायेगी जिससे सदस्यों को असुविधा न होने पाये। 

विधान सभा अध्यक्ष ने बताया कि इस अवसर पर 20 व 21 मई को 18वीं विधान सभा के लिए नव-निर्वाचित सदस्यों के प्रशिक्षण हेतु सत्र आहूत से पूर्व दो दिवसीय प्रबोधन का आयेजन भी किया जायेगा। श्री महाना ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखे और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें।

बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष के स्थान पर इकबाल महमूद, नेता राष्ट्रीय लोक दल डॉ अजय कुमार, अपना दल (सोनेलाल) के नेता राम निवास वर्मा, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के नेता संजय निषाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर, कांग्रेस पार्टी की नेता आराधना मिश्रा मोना, बहुजन समाज पार्टी के नेता, उमाशंकर सिंह ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये और सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में प्रत्येक प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन दिया।

संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मुख्यमंत्री की भावना के अनुरूप सभी दलीय नेताओं से सदन में शान्तिपूर्ण सहयोग करने की अपील की। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे, के साथ ही विधान सभा व ई-विधान पर कार्य कर रहे एनआईसी के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भाषा विश्वविद्यालय में परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए उठाए गये कड़े कदम

यूपी रोडवेज: इंटर डिपोज क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में कैसरबाग डिपो ने चारबाग डिपो को पराजित किया

भाजपा की सरकार ने राष्ट्रवाद और विकास को दी प्राथमिकताः नीरज शाही