देवरिया की माटी के लाल, यूट्यूब पर मचा रहे हैं धमाल

 


अरुण कुमार राव/ सुरेश तिवारी

देवरिया। सोशल मीडिया खासकर यूट्यूब पर धमाल मचाने वाले खान सर जो आजकल मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर खासे चर्चित हैं। वह देवरिया जनपद के भाटपार रानी उपनगर के रहने वाले हैं। इनका पूरा नाम फैजल खान है। उनका परिवार एक मध्यम वर्गीय परिवार है। इनके पिता का नाम वसीम खान है जो सेना में अधिकारी थे।अब अवकाश ग्रहण कर चुके हैं। उनकी माताजी एक गृहणी हैं। 

फैजल खान का एक बड़ा भाई सेना में कमांडो के पद पर कार्यरत हैं। खान सर के अंदर प्रारंभिक जीवन से ही देश की सेवा करने का जज्बा था और वह हमेशा अपना कुछ ज्ञान सभी लोगों को देने की इच्छा रखते थे। इनके दादा इकबाल खान परमार मिशन स्कूल भाटपार रानी में शिक्षक थे। खान सर का आवास नगर के बापू रोड स्थित मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज के पश्चिमी गेट के पास है। खान सर बाल्यावस्था से ही पढ़ने में बहुत ही मेधावी थे और सभी विषयों पर उनकी मजबूत पकड़ थी। पढ़ाई के मामले में उनकी गिनती तेजतर्रार विद्यार्थियों के रूप में होती थी। शिक्षा पूरी करने के साथ-साथ उन्होंने एनडीए परीक्षा पास किया लेकिन दुर्भाग्य रहा कि वे चयनित नहीं हो सके उसके बाद उन्होंने पटना में एक कोचिंग सेंटर और खान जीएस रिसर्च सेंटर यूट्यूब चैनल ऑफलाइन और ऑनलाइन के माध्यम से सभी छात्रों को पढ़ाना प्रारंभ किए। प्रारंभ में उनके कोचिंग सेंटर में बहुत ही कम बच्चे पढ़ने आते थे लेकिन खान सर के पढ़ाने के तौर-तरीकों से उनके कोचिंग सेंटर में विद्यार्थियों की संख्या तेजी के साथ बढ़ने लगी और उनके पढ़ाने की शैली बच्चों को बहुत ही पसंद आने लगी कोचिंग संस्थान में एक बार में लगभग 2000 से भी अधिक बच्चे पढ़ने आते हैं और कुछ लोग जगह नहीं होने के कारण घंटों खड़े रहकर भी पढ़ लेते हैं यह उनके पढ़ाई की एक बहुत बड़ी खासियत है। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान बिहार में हुए lock-down की वजह से उन्होंने ज्यादा ऑनलाइन क्लास को बढ़ावा दिया और अब यूट्यूब और मोबाइल एप पर ऑनलाइन क्लास पढ़ा रहे हैं। यूट्यूब पर आप को पढ़ाने वाले बहुत से टीचर मिलेंगे लेकिन खान सर का पढ़ाने का अंदाजा कुछ अलग और नया है। यह खान सर जी एस रिसर्च सेंटर के संस्थापक और निदेशक हैं जो बिहार की राजधानी पटना की सबसे बड़ी कोचिंग सेंटर है। 

आपको बता दें कि खान सर के पढ़ाने का इस नए अंदाज से विद्यार्थी इतने खुश हुए कि इनका यूट्यूब चैनल कुछ ही महीनों में इतना प्रसिद्ध हो गया कि उनके खान सर पटना यूट्यूब चैनल पर 9.25 मिलीयन सब्सक्राइबर्स हो गए। एक बार खान सर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में परीक्षा देने जाना था मगर वह सोते ही रह गए जिनकी वजह से वह परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पाए। जब इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे तो उस समय या लीडर भी हुआ करते थे कई बार यह छात्रों के लिए लड़ते थे जिसकी वजह से इनको कई बार जेल भी जाना पड़ा था अभी कुछ ही महीनों पहले इनके कोचिंग सेंटर पर कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा हमला किया गया था इनके जज्बा और प्रसिद्धि को देखते हुए इनको दबाने की बहुत सारी कोशिशें हो रही है लेकिन खान सर निर्बाध गति से बिना किसी रोक-टोक से अपने पथ पर निरंतर आगे बढ़ते जा रहे हैं। इनका मानना है कि आपका जीवन दूसरों के लिए समर्पित होना चाहिए यही जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। अनाथ आश्रमों को भी खान सर समय-समय पर सहयोग करते रहते हैं।

खान सर की खासियत है कि यह कठिन से कठिन थ्योरी को भी बहुत ही सरल भाषा में समझा देते हैं। जिससे पढ़ने वाले छात्र इनके मुरीद हो जाते हैं खान सर आज जो भी हैं वह अपने कठिन परिश्रम और किस्मत के बदौलत आज पूरे देश में शिक्षा जगत में अपना धमक मचाए हुए है। खान सर लोगों को अपने बच्चों को शिक्षा देने के प्रति हमेशा जागरूक करते रहते हैं। इनका कहना है की अगर हमें अपने राष्ट्र को समाज को मजबूत बनाना है तो इसके लिए हम सभी को शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। शिक्षा के बगैर मानव का जीवन अधूरा है। खान सर अपने शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों के अंदर राष्ट्रप्रेम की भावना को भी जागृत करने का काम करते हैं उनके राष्ट्रप्रेम की भावना को देखकर बहुत से लोग खान सर से नाराज भी रहते हैं। लेकिन उसका वह कोई परवाह नहीं करते हैं। इनके राष्ट्रप्रेम के कारण खान सर के प्रशंसक इन्हें देश के दूसरे एपीजे अब्दुल कलाम के रूप में देख रहे हैं।


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