एकेटीयू: कोविड महामारी के कारण जान गवाने शिक्षको के परिवारीजनो को मिलेंगे 5 लाख रुपए

कोविड-19 के कारण जिन विद्यार्थियों के माता पिता का निधन हुआ है ऐसे विद्यार्थियों के समस्त सत्रों के शुल्क का वहन करेगा विवि 


लखनऊ (ना.स.)। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में आज कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में वित्त समिति की 58 वीं बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में आईईटी लखनऊ में बीटेक बायोटेक का पाठ्यक्रम स्ववित्तपोषित मोड में संचालित किये जाने को हरी झंडी प्रदान की गयी। इसके साथ ही बायोटेक के क्षेत्र में उच्च स्तरीय शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए एक सेंटर फॉर एक्सीलेस की स्थापना किये जाने निर्णय लिया गया। यह सेंटर फॉर एक्सीलेंस विवि के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज, लखनऊ में स्थापित किया जायेगा। इस सेंटर को स्थापित करने के लिए लगभग 6 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान किया गया है।

उक्त जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी आशीष मिश्रा ने कहा कि, कोविड-19 महामारी के कारण जिन विद्यार्थियों के माता पिता का निधन हुआ है। ऐसे समस्त विद्यार्थियों की शेष बचे समस्त सत्रों के शुल्क का वहन विवि द्वारा किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसका लाभ विवि के निजी एवं शासकीय दोनों क्षेत्रों के संस्थानों के विद्यार्थियों को प्रदान किया किये जाने का निर्णय लिया गया है

बैठक में शासकीय एवं निजी संस्थानों में कार्यरत जिन शिक्षकों की मृत्यु कोविड-19 संक्रमण से हुई है, विवि द्वारा उनके परिवारी जनों को पांच लाख रुपये की सहायता धनराशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया

बैठक में कोविड-19 महामारी के दौरान विश्वविद्यालय परिवार और उनसे जुड़े व्यक्तियों के स्वास्थ्य सम्बन्धी देखभाल एवं चिकित्सा सम्बन्धी सुविधाएँ मुहैया करवाने में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक के निर्देशन में अद्वितीय योगदान प्रदान करने के लिए विवि द्वारा डॉ आयुष श्रीवास्तव, सहायक कुलसचिव, एकेटीयू,  तुलसीराम, वाहन चालक, एकेटीयू एवं अशोक कुमार, एम्बुलेंस चालक, आईईटी, लखनऊ को पुरुस्कृत किये जाने का निर्णय लिया गया है। डॉ आयुष श्रीवास्तव को पुरुस्कार स्वरुप रुपये पचास हजार, तुलसीराम एवं अशोक कुमार को दस-दस हजार रूपये की पुरुस्कार धनराशि प्रदान किये जाने का निर्णय लिया गया है। 

बैठक में विशेष सचिव, प्राविधिक शिक्षा कृपाशंकर, प्रतिकुलपति प्रो विनीत कसंल, विवि के वित्त अधिकारी जीपी सिंह, कुलसचिव नन्द लाल सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो राजीव कुमार, डीन एफओए प्रो वंदना सहगल सहित अन्य समस्त सदस्य उपस्थित रहे


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