भाषा विश्वविद्यालय में पंडित दीनदयाल की पुण्यतिथि पर संगोष्ठी का आयोजन

लखनऊ। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में आज पं दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय ई-संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानववाद' रहा। कार्यक्रम के विशिष्ट वक्ता प्रो० कुमार रत्नम, सचिव,  आईसीपीआर नई दिल्ली ने पं दीनदयाल उपाध्याय को उनकी जन्मतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल के दर्शन में समाज के सबसे निचले तबके के उत्थान की बात की गई है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इस वर्ग की ज़रूरतों को पूरा करने के साथ-साथ उन्हें सम्मान और राजनैतिक व आर्थिक समानता देने की भी आवश्यकता है।


शिक्षा नीति पर पंडित दीनदयाल के विचार रखते हुए प्रो कुमार ने बताया कि पंडित जी के दर्शन में भारतीय संस्कृति और भारतीय भाषा के अनुरूप शिक्षा नीति बनाने की बात की गई है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की उन्हें आशा है कि पंडित दीनदयाल शोधपीठ से विद्यार्थियों को शोध के नए विषय मिलेंगे एवं वह पंडित दीनदयाल के दर्शन के विभिन्न पहलुओं को समाज के समक्ष रखने में सफल होंगे।कार्यक्रम का आयोजन दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ की अध्यक्ष प्रोफेसर चंदना डे के निर्देशन में किया गया।

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