उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से विभागाध्यक्षों के साथ की बैठक
लखनऊ। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बड़ौदा हाउस में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित कार्य-निष्पांदन समीक्षा बैठक में रेलपथ, चल स्टॉक, सिगनल एवं बिजली की ओवर हैड तारों के रख-रखाव पर अधिक ध्यान देने पर जोर दिया। उन्होने कहा कि इस वर्ष 50.36 मिलियन टन माल की ढुलाई की गई है जो पिछले वर्ष की तुलना 21.05 प्रतिशत अधिक है।
उन्होंने विभागों से रेल कर्मचारियों के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण एवं पुनश्चर्या पाठयक्रम आयोजित करने का परामर्श दिया ताकि रेल प्रणाली में मानवीय त्रुटियों को कम किया जा सके। सर्दियों के मौसम में घने कोहरे से उत्तरी क्षेत्र में रेल परिचालन को सुगम बनाने के लिए सिगनल प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने एवं रेल पटरियों में आने वाली दरारों और रेल वेल्डों की व्यापक रूप से निगरानी के निर्देश दिया।
महाप्रबंधक ने कहा कि जहां भी आवश्यक है, वहां पेडों की छँटाई के लिए वन विभाग से अनुमोदन लेने की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिया ताकि उनसे रेल पटरियों अथवा ओएचई तारों को कोई क्षति न पहुँचे। उन्होंने भविष्य में उत्तर रेलवे पर रेलगाडियों को 160 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलाने के लिए प्रस्तावित कार्य योजना तैयार करने एवं प्रोजेक्ट रफ्तार के अंतर्गत जोन में यात्री रेलगाड़ियों की गतिसीमा 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक करने के लिए चल रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिया।
फ्रंट बिजनेस डेवलेपमेंट पर बोलते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिटों के साथ परस्पर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए की बीडीयू आधीन सक्रियता के साथ ग्राहकों के बीच भरोसे, सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाना चाहिए। उन्होंने रेलवे द्वारा दी जा रही रियायतों और उपायों को ग्राहकों तक पहुँचाने के भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि उत्तर रेलवे अपने ग्राहकों को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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