किसानों ने सीखा गन्ने की खेती की बारीकियां


लखनऊ(ना.स.)। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण बैंक नाबार्ड द्वारा प्रायोजित ओजोन कृषक उत्पादक संगठन के किसानों के दो दिवसीय प्रशिक्षण भ्रमण कार्यक्रम हेतु 25 सदस्यों के दल को कृषि विज्ञान केंद्र कटिया के वैज्ञानिक डॉ डीएस श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर के लिए रवाना किया था। जिसमें किसानों ने गन्ने की जलवायु उपयुक्त प्रजातियों, नर्सरी उत्पादन पोषक तत्व प्रबंधन, कीट रोग प्रबंधन एवं मूल्य संवर्धित उत्पाद निर्माण पर जानकारी प्राप्त की।

उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद, शाहजहांपुर के निदेशक डॉ जे सिंह ने ओजोन कृषक उत्पादक संगठन के किसानों के उत्साह एवं भ्रमण की सराहना करते हुए गुणवत्तायुक्त गन्ना उत्पादन एवं मूल्य संवर्धित उत्पाद निर्माण पर जोर देते हुए कहा कि किसान यदि वैज्ञानिक विधि से उत्पादन करें तो उन्हें उत्पादन के साथ-साथ मृदा जल एवं पर्यावरण प्रबंधन में अधिक सफलता मिलेगी।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी अधिकारी डॉ संजीव पाठक ने परिषद द्वारा विकसित गन्ने की प्रजातियों एवं वैज्ञानिक विधियों के प्रदर्शन प्लाटों का किसानों को अवलोकन कराते हुए बताया कि गन्ने में पानी की खपत को कम करने एवं टिकाऊ कृषि को ध्यान में रखते हुए टपक सिंचाई एवं सहफसली को बढ़ावा देना होगा। 

डीडीएम नाबार्ड शाहजहांपुर चिरंजीव सिंह ने कहा कि नाबार्ड का यही प्रयास है कि किसान उन्नत तकनीकों को भ्रमण के माध्यम से जान एवं समझकर अपनाएं तो उसे अच्छा लाभ प्राप्त होगा। प्रशिक्षण भ्रमण कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों में स्वावलंबन, आत्म-निर्भरता एवं उन्हें सशक्त बनाने हेतु प्रेरित करना है। 

रूटस संस्था के उपाध्यक्ष विकास सिंह तोमर ने कहा कि नाबार्ड का सहयोग कृषक उत्पादक संगठन को मजबूत करने में अत्यंत सराहनीय है इससे किसानों की आय दोगुनी करने में अत्यधिक मदद मिल रही है कार्यक्रम में शिव कुमार, कमलेश सुरेश,  विजय वर्मा, विशाल शुक्ला समेत 25 किसानों ने प्रतिभागिता की।

 

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