टीबी रोग से शीघ्र मुक्ति के लिए बच्चों को पौष्टिक आहार देना जरूरीः राज्यपाल

  

लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुलंदशहर की खुर्जा तहसील के निरीक्षण भवन में क्षय रोग से पीड़ित बच्चों को गोद लेने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं, अधिकारियों एवं चिकित्सकों के साथ बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जिला स्तरीय अधिकारियों, चिकित्सकों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा क्षयरोग से ग्रसित बच्चों को गोद लेते हुए उन्हें स्वस्थ करने का जो कार्य किया है इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। राज्यपाल ने कहा कि क्षय रोग से ग्रसित मरीज को क्षयरोग से मुक्त कराये जाने के लिए गुड़, चना, मूंगफली, पौष्टिक भोजन, फल आदि उपलब्ध कराया जाए, जिससे शीघ्र ही वे टीबी से मुक्त हो सके। 

श्रीमती पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने के लिए हमें अपनी पूर्ण निष्ठा से टीबी रोग से ग्रसितों को स्वस्थ करना है। राज्यपाल ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि जनपद में स्वयंसेवी संस्थाओं और शैक्षिक संस्थाओं को क्षयरोग से पीड़ित बच्चों को गोद देते हुए उन्हें क्षय रोग से मुक्त कराया जाए। इस अवसर पर राज्यपाल ने दिव्यांगों को कम्बल भी वितरित किए।  
जिलाधिकारी ने राज्यपाल को जनपद में क्षय रोग से ग्रसित बच्चों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में 80 प्रतिशत टीबी मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा‘ अभियान के अंतर्गत क्षय रोगी को खोजते हुए उनको उपचार दिलाये जाने का कार्य किया जा रहा है। जनपद में शेष क्षय रोगियों को गोद लेेकर शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हुए जनपद को टीबी मुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षयरोग की जांच और उन्नत पद्धति होने के उपरांत भी यह बीमारी जन स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री द्वारा क्षयरोग को वर्ष 2025 तक भारत से पूर्ण रूप से समाप्त करने का संकल्प लिया गया है।  

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