भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत बनाती है बेहतर जीवन: सतीश महाना

लखनऊ। राजस्थान में ब्रम्हकुमारी आश्रम के मुख्यालय सिरोही में ‘स्पीड सेफ्टी स्प्रिचुलिटी’ मेडिटेशन रिट्रीट पर आयोजित एक सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि जीवन में अनुशासन के महत्व को नकारा नहीं जा सकता है। आज की तेज जिंदगी में हमें अपनी गति के साथ सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही अनुशासन को भी बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि आध्यात्म के जरिए हम सुरक्षा के साथ अनुशासन में भी रह सकते हैं। 

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय संस्कृति और हमारी आध्यात्मिक विरासत जीवन जीने का एक बेहतर तरीका प्रदान करती है। विश्व की सबसे बड़ी आध्यात्मिक संस्था ब्रह्माकुमारीज की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि कुछ दशकों पूर्व राजनीति और राजनीतिक व्यक्तियों के प्रति जो एक नकारात्मक धारणा का भाव पैदा हो गया था, वह अब धीरे धीरे बदल रहा है। अब देश में एक सकारात्मक परिवर्तन का भाव दिख रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को फिर से विश्व गुरू बनाने का जो कार्य शुरू किया है उसे हम सबको मिलकर पूरा करना है। 

श्री महाना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व भारत फिर से उन उंचाईयों को छू रहा है, विश्व में जो उसकी पहचान थी। एक समय देश आध्यात्म, संस्कारों, ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति में काफी आगे था। पर पिछले कुछ दशकों में वह पीछे हो गया था, अब एक बार फिर से हमारा देश विश्व पटल पर आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति देश में एक विश्वास का भाव पैदा हुआ है। भारत का नौजवान और नारी शक्ति की ताकत से एक बार फिर हम विश्व में अपना स्थान बना रहे हैं। इस अवसर पर ब्रम्हकुमारी संस्था से जुडे सभी लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इस संस्था से जुड़ी सभी बहनें मानव जीवन के लिए एक अच्छा काम कर रही है।

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