लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों का महत्व होता है: सतीश महाना

  • विधानसभा की नई नियमावली में कई बडे़ बदलाव किए गए हैं: सतीश महाना
  • महिला विधायकों को मिलेगी वरीयता : सतीश महाना 

लखनऊ। 11 अगस्त को मानसून सत्र की समाप्ति के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने आज विधानभवन स्थित राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन हाल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि विधानसभा में नई नियमावली लागू की गई है। इसमें कई बडे़ बदलाव किए गए हैं। इसे सरल किया गया है। नई नियमावली आने से अब विधानसभा सदस्यों को सुविधा रहेगी। इसमें महिला सदस्यों को विधानसभा में अपनी बात रखने में वरीयता दी गयी है। साथ ही विशेषाधिकार के मामले में विधानसभा अध्यक्ष को भर्त्सना एवं जुर्माना देने हेतु अधिकृत किया गया है। 

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि नियमावली बदलने का मुख्य कारण पूर्व में जिस प्रकार की आवश्यकतायें थी। उसी प्रकार की व्यवस्थाएं थी लेकिन 65 सालो के बाद देश में बहुत परिवर्तन देखने को मिला है। नई-नई तकनीक के चलते अब कई अवसरों पर समय की बचत होती है। जिसके कारण पुराने नियमों का महत्व कम हो गया है। 

श्री महाना ने कहा कि लोकतंत्र में सहमति और असहमति दोनों होती है। द्वन्द भी रहते है लेकिन उसकी मर्यादा रहनी चाहिए। लोकतंत्र में एक पक्ष की बात नहीं होनी चाहिए। प्रतिपक्ष का भी अपना महत्व होता है। सरकार का अपना रोल होता है तो दोनो मिलाकर जिस समय चलते है उस समय प्रदेश के हित की बात होती है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि संस्थानो की गरिमा एवं सम्मान बना रहना चाहिए। संवैधानिक संस्थाओं को उनकी मर्यादा और सम्मान के साथ उसकी प्रगति भी होती रहनी चाहिए।  

श्री महाना ने कहा कि जब विधायको की रूचि विधायी कार्य में होगी तो स्वाभाविक रूप से उसका लाभ प्रदेश की जनता को मिलेगा। पहले यह एक विश्वास का था कि विधानसभा में बात उठाने से क्या फर्क पड़ता है लेकिन अब धारणा में बदलाव आया है। हमने पूर्व में ही इस बात की घोषणा की थी कि जो भी समस्याये विधानसभा में रखी जायेंगी। वो सिर्फ रजिस्टर में अंकित होकर पुस्तकालय तक सीमित नहीं रहेंगी बल्कि वह सम्बन्धित विभाग में जायेगीं। विधानसभा में लाये गये विषयो के ऊपर सरकार के द्वारा काम किया जा रहा है। इसका लाभ यह रहा कि अब विधायक सदन की कार्यवाही में बढचढकर हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस समय मुख्यमंत्रीजी ने विधानसभा में कहा था कि सभी विधायक यहाँ अपनी समस्या उठाये। इस पर मुख्यमंत्री से चर्चा की थी। इसके बाद से विधानसभा में बहुत बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है। उस परिवर्तन के कारण सदन में विधायको की उपस्थिति बढ़ी है। 

उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में डिजिटल गैलरी बनवाई गयी थी। इस बार डिजिटल कारीडोर पटल कार्यालय और भाजपा विधानमंडल कार्यालय में परिवर्तन किया। अब समाजवादी पार्टी समेत अन्य विधानमंडल कार्यालयों में परिवर्तन किया जाएगा। नई विधानसभा में कुछ और बदलाव जल्द देखने को मिलेगें। विधानसभा का यह स्वरूप पूरे देश और दुनिया में लोगों को आकर्षित कर रहा है। अब उ0प्र0 विधानसभा का देश में सबसे खूबसूरत विधानसभा में नाम हो रहा है। विधानसभा के आंतरिक और वाहय स्वरूप में परिवर्तन आया है। इसकी चर्चा अब देश भर में हो रही है।

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