डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भुमिका का निर्वहन कियाः मुखयमंत्री योगी

  • मुख्यमंत्री ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के 71वें पुण्यतिथि पर श्रद्धांजली अर्पित की

लखनऊ। आज डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के 71वें पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिविल अस्पताल में स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रदेश शासन एवं प्रदेश की जनता की ओर से श्रद्धांजली अर्पित की। इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मंत्री राजेश्वर सिंह, सुषमा खरवार सहित अन्य नेताओं एवं अधिकारियों ने डॉ मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजली दी।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक महान शिक्षाविद थे, वे मात्र 35 वर्ष की उर्म में कोलकाता विश्वविद्यालय में कुलपति के पद पर नियुक्त हुए थे। देश की आजादी की लड़ाई में उन्होंने महत्वपूर्ण भुमिका का निर्वहन किया था। देश के विभाजन की त्रासदी को रोकने और पूरे बंगाल को अंग्रेजों की कुटलता से बचाने में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे राष्ट्रनायकों का बड़ा योगदान रहा है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ मुखर्जी ने देश को एक नारा दिया था ‘एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान‘ नहीं चलेगा और उसी बात को लेकर अभियान चलाया और उसी अभियान को लेकर जम्मु कश्मीर में उनकी गिरफ्तारी हुई। कश्मीर को बचाने के लिए भारत की अखंडता को अक्षुण रखने के लिए 23 जून 1953 को उनके बलिदान को देश और प्रदेश हमेशा याद रखेगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साकार किया। 5 अगस्त 2019 को कश्मीर से धारा 370 समाप्त कर दिया। अब भारत का पूरा कानून भारत की सभी प्रकार की व्यवस्थाएं जम्मु कश्मीर के अंदर भी लागू होंगी और वहां पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया पूरी मजबूती से लागू होंगी और लोक तांत्रीक व्यवस्था पूरी तरह से बहाल होगी। मुख्यमंत्री ने डॉ मुखर्जी के इस योगदान को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की। 

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