मुख्यमंत्री ने प्राविधिक शिक्षा के विकास हेतु सौ करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया

 


यूराइज पोर्टल का शुभारम्भ 
लखनऊः 24 सितंबर, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ एपीजे अब्दुलकलाम प्राविधिक विवि द्वारा विकसित यू‘यूनिफाइड री-इमेजिंड इनोवेशन फॉर स्टूडेंट एमपॉवरमेन्ट (यूराइज) पोर्टल का शुभारम्भ किया। साथ ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार योजना के द्वितीय चरण की सौ करोड़ रूपये की योजनाओं का शिलान्यास भी किया। 


यूराइज पोर्टल पॉलिटेक्निक, आईटीआई एवं कौशल विभाग के विभागों के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के समस्त डाटा को क्लिक मात्र से उपलब्ध करवाने का कार्य करेगा। इस पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थी जीवन के सम्पूर्ण चक्र जैसे संस्थान में प्रवेश, शुल्क, शिक्षण, प्रशिक्षण, प्रयोग, परीक्षा इत्यादि के साथ-साथ रोजगार की प्राप्ति तक का पूरा डाटा ऑनलाइन के उपलब्ध होगा। यह पोर्टल प्राविधिक शिक्षा विभाग, प्रशिक्षण सेवायोजन एवं कौशल विकास मिशन की संयुक्त परिकल्पना है। इस पोर्टल के माध्यम से तकनीकी शिक्षा, आईटीआई एवं कौशल विकास से जुड़े हुए सभी छात्र, शिक्षक, प्रशिक्षक, रोजगार देने वाली संस्थाएँ न केवल एक ही स्थान पर जुड़े हैं, बल्कि छात्रों के, छात्र जीवन चक्र से जुड़ी हुई समस्त सुविधाएँ और सूचनाएँ भी यहाँ पर उपलब्ध होंगी। इन उपलब्ध सुविधाओं और सूचनाओं के साथ विद्यार्थी न केवल अपने आप को सशक्त कर सकेंगे अपितु वे पूरे विश्व के साथ भी जुड़ सकेंगे। पोर्टल विकास का लक्ष्य राज्य के सभी विद्यार्थियों को समान रूप से गुणवत्तापरक शिक्षा और सीखने की प्रक्रिया एवं अनुभव को बेहतर बनाना है। पोर्टल पर पंजीकरण के उपरान्त छात्र आजीवन यहाँ उपलब्ध कन्टेन्ट व सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। पोर्टल उनके लिए उद्योग, प्रशिक्षकों और फैकल्टी का एक वृहद नेटवर्क तैयार कर रहा है, जिसका लाभ उन्हें जीवनपर्यन्त मिलता रहेगा। पोर्टल पर विद्यार्थी के ट्रैक रिकार्ड का डिजिटल संग्रह करने की सतत प्रक्रिया चलती रहेगी, जो रोजगार के उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण है।


यूराइज पोर्टल का उद्दद्याटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूराइज पोर्टल केंद्रीय सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 की भावनाओं से प्रेरित हो विकसित किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से प्रदेश के पॉलिटेक्निक, आईटीआई एवं कौशल विभाग के लगभग बीस लाख विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।  उन्होंने कहा कि यूराइज पोर्टल शिक्षाविदों, सेवायोजकों, शोधार्थियों आदि के सहयोग से लाखों छात्र छात्राओं के भविष्य निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने में सफल होगा। विद्यार्थी जीवन के सम्पूर्ण चक्र के विभिन्न स्तरों को यह पोर्टल, उपलब्ध सेवाओं और सूचनाओं के माध्यम से उन्हें सशक्त करेगा। इन सेवाओं में ऑनलाइन शुल्क, ऑनलाइन परीक्षा, आवश्यकता के अनुसार ऑनलाइन कक्षाएँ तथा वेबिनार, डिजिटल प्रश्नपत्र, डिजिटल मूल्यांकन, डिजिटल कन्टेन्ट, ई-लाईब्रेरी, विषय वस्तु पर रिकार्डेड वीडियो कन्टेन्ट, उद्योग, प्रशिक्षण, इंटर्नशिप, रोजगार इत्यादि के लिए विशाल नेटवर्क से युक्त यह पोर्टल विद्यार्थी को हर उस रूप से सशक्त कर सकेगा जैसा विद्यार्थी का स्वप्न है, उसका उद्देश्य है। इस पोर्टल के माध्यम से व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर रहे लगभग 20 लाख विद्यार्थियों को लाभ पहुंचेगा।


मुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के द्वितीय चरण में 100 करोड़ के कार्यों का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि 08 अगस्त, 2017 को इस लोक कल्याणकारी योजाना का शुभारम्भ किया गया था। इस योजाना के अंतर्गत प्रदेश के 14 राजकीय, अनुदानित एवं घटक तकनीकी संस्थानों एवं प्राविधिक विश्वविद्यालयों में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास एवं डिजिटलीकरण हेतु दो सौ करोड़ रूपये प्रदान किये गये थे, जिससे प्रदेश में तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि कोविड 19 महामारी के दूरगामी प्रभावों को ध्यान में रखते हुए दीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम अंतर्गत द्वितीय चरण में जारी यह राशि प्रदेश के विभिन्न तकनीकी संस्थानों में डिजिटल और फिजिकल इन्फ्रा के विकास पर खर्च होगी। इस धनराशि से छात्रावासों का निर्माण, क्लास रूम, लैब, नवनिर्मित भवन के फर्नीचर, पुस्तकालय का विस्तार , कोविड के दृष्टिगत अवस्थापना सुविधाओं का विनिर्माण एवं ऑनलाइन क्लासेज, स्मार्ट क्लास रूम,वर्चुअल लैब आदि खरीदे जाएंगे।


एकेटीयू के कुलपति प्रो वीके पाठक ने कहा कि यूराइज पोर्टल प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा और कौशल विकास के विद्यार्थियों को आवश्यक सूचनाएं एवं प्रशिक्षण क्लिक मात्र से उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने कहा कि महामारी के दौर में बढ़ती ऑनलाइन टीचिंग-लर्निंग की भूमिका में यह पोर्टल मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि पंदीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार योजना का द्वितीय चरण के कार्यों का शिलन्यास हुआ है। यह योजना प्रदेश की प्राविधिक उच्च शिक्षा के पुनर्वास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संचालित सबसे प्रभावी योजना साबित हुयी है। इस योजना के माध्यम से समस्त राजकीय, अनुदानित एवं घटक संस्थानों में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के साथ प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण हो सका है, जिसका लाभ निश्चित रूप से विद्यार्थियों को मिल रहा है।


अपर मुख्य सचिव राधा एस चैहान ने कहा कि यूराईज पोर्टल विकास का मुख्य उद्देश्य नयी शिक्षा नीति की अनुशंसाओ के आवाहन में एकीकृत सूचना एवं सेवा पोर्टल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के विकास का लाभ विद्यार्थियों, शिक्षकों, इनोवेटर्स, उद्योग संस्थाओं को मिलेगा। दीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार योजना प्रदेश के तकनीकी शिक्षा के विकास के लिए संजीवनी साबित हुयी है।  


इस अवसर पर कौशल विकास मंत्री, कपिल देव अग्रवाल, एकेटीयू के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक एवं अपर मुख्य सचिव प्राविधिक शिक्षा राधा एस चैहान उपस्थित रही। ऑनलाइन माध्यम से समस्त राजकीय, अनुदानित, घटक संस्थानों के निदेशक डीन एवं शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन विशेष सचिव सुनील चैधरी द्वारा किया गया। 


 


 


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