एकेटीयू: सात दिवसीय ई बूटाथान, आत्मनिर्भर भारत अभियान पर ऑनलाइन लेक्चर सिरीज का पांचवां आयोजन एवं पांच दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का विधिवत सम्मापन हुआ


लखनऊ: 03 अगस्त, 2020


एकेटीयू में सात दिवसीय ई बूटाथान का सफल सम्मापन
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि द्वारा आईआईटी, कानपुर एवं राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, बाँदा के संयुक्ततत्वाधान में चल रहे सात दिवसीय ई बूटाथान 3 बुधवार को सम्पन्न हो गया। समापन सत्र में डॉ सचिन सिंह द्वारा सभी ऑनलाइन उपस्थित अतिथियों तथा वक्ताओं का स्वागत किया गया।


समापन समारोह में विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो विनीत कंसल ने कहा कि ई बूटाथान 03 का आयोजन वर्चुअल लैब के सफल कार्यान्वयन में सफल साबित होगा। वर्चुअल लैब सेल के चेयर एवं राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बाँदा के निदेशक प्रो एसपी शुक्ल ने कहा कि ई बूटाथान 3 मे कुल 63 टीमों ने भाग लिया, जिसमें 19 टीमों ने सभी राउंड क्लियर करके कुल 31 प्रयोग विकसित किए। विश्वविद्यालय के डीन यूजी प्रो सुबोध वैरिया ने विषम सेमेस्टर के प्रयोशालाओ को विवि की पाठ्यचर्या से मैप किए जाने की जानकारी दी। आईआईटी, कानपुर के प्रो कांतेश बलानी ने भी विवि द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। वर्चुअल लैब सेल के को-चेयर परसन डॉ आशुतोष तिवारी सभी प्रतिभागी टीमों को ई-बूटाथान-03 में प्रतिभाग के लिए धन्यवाद दिया। 


आत्मनिर्भर भारत अभियान पर ऑनलाइन लेक्चर सिरीज का पांचवां आयोजन:
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो विनय पाठक की अध्यक्षता में बुधवार को आत्मनिर्भर भारत अभियान पर ऑनलाइन लेक्चर सिरीज का पांचवां विशेषज्ञ व्याख्यान टीक्यूप 3 के तत्वावधान में आयोजित किया गया। यह लेक्चर ‘आत्मनिर्भर भारत में फिनटेक के योगदान‘ विषय पर आयोजित किया गया।


कार्यक्रम का शुभारम्भ  डीन उद्यमिता एवं स्नातक प्रो सुबोध वैरिया ने आत्मनिर्भर भारत अभियान व्याख्यानमाला में विशेषज्ञ वक्ता आईआईएम, लखनऊ के आचार्य प्रो प्रकाश सिंह के स्वागत से किया। इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो विनीत कंसल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान अवधारणा को मूर्तरूप प्रदान करने के लिए तकनीकी शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों को नवाचारों के प्रति अभिरुचि बढ़ानी होगी। प्रो प्रकाश सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को हाल ही में शुरू हुए स्टार्टअप और इनोवेटिव बिजनेश आइडिया की केस स्टडी करनी चाहिए, जिससे उनकी स्टार्टअप आईडियाज की बारीकियों को जानने का अवसर मिलेगा।


उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी पूरा हो सकता है जब स्थानीय मार्केट में स्वदेशी उत्पाद की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके उन्होंने कहा कि ऐसे हमें इनोवेशन को स्टार्टअप और बिजनेश प्लान में तब्दील करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करना होगा। ऑनलाइन व्याख्यान में लगभग 125 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।



पांच दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम:
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि के द्वारा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम विधिवत सम्पन्न हो गया। विवि के प्रतिकुलपति एवं एफडीपी के समन्वयक प्रो विनीत कंसल ने कहा कि यह पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम एडवांस रिसर्च एप्लीकेशंस इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर आयोजित की गयी। उन्होंने कहा एफडीपी आयोजन का उद्देश्य विवि के सम्बद्ध संस्थनों और शिक्षकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषय में नवीन जानकारी और शोध की संभावनाओं से अवगत कराना था।


उन्होंने कहा कि एफडीपी में जेएनयू के प्रो आरके अग्रवाल, आईआईआईटी, इलाहबाद के प्रो तपोब्रत लहेरी, जेएनयू के प्रो डीपी विद्यार्थी, जेएनयू के प्रो एस बाला सुंदरम, आईआईटी, कानपुर के डॉ अमेय करकरे, बीएचयू वाराणसी के प्रो विवेक कुमार सिंह, आईआईआईटी, इलाहाबाद के डॉ नीतेश पुरोहित, एमएनएनआईटी इलाहबाद के डॉ प्रज्ञा द्विवेदी, आईआईटी इंदौर के डॉ एम तनवीर और बिट्स पिलानी की डॉ विनती अग्रवाल जैसे देश के प्रतिष्ठित आचार्यों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषय में जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन तीन सेशन आयोजित किये गये। एफडीपी में विभिन्न सम्बद्ध संस्थानों ने दो सौ से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भाषा विश्वविद्यालय में परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए उठाए गये कड़े कदम

यूपी रोडवेज: इंटर डिपोज क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में कैसरबाग डिपो ने चारबाग डिपो को पराजित किया

भाजपा की सरकार ने राष्ट्रवाद और विकास को दी प्राथमिकताः नीरज शाही