लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के एकेडमिक ब्लाक का 23 को मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन’


लखनऊ। प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर करने के लिए योगी सरकार प्रयत्नशील है। सरकार का मकसद न केवल डॉक्टर तैयार करना है, बल्कि प्रदेश के लोगों को उच्चस्तरीय व सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना भी है। पिछले ढाई सालों मेे इसके लिए सरकार लगातार काम कर रही है। आज प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं गरीबों की उम्मीद बन रही है।  इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 23 नवंबर को लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के 14 मंजिला एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन करेंगे। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस इमारत में लेक्चर थियेटर से लेकर लैब व लाइब्रेरी तक की व्यवस्था होगी। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि अब एक ही भवन में एमबीबीएस छात्रों की पढ़ाई के साथ-साथ 40 विभाग भी होंगे। यह भवन 363 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है। इस भवन में 240 रूम फैकल्टी के लिए बनाए गए जो यहां तैनात डॉक्टरों को दिए जाएंगे। इस भवन में दो लैब होंगी जोकि हाईटेक उपकरणो से लैस होंगी।


प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेे सत्ता सम्भालने के बाद से हीे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ और बेहतर बनाने की ठान ली। नतीजन प्रदेश में मेडिकल सुविधाएं तेजी से बढ़ी है। चाहे वो नये मेडिकल कॉलेज की बात हो या एम्स निर्माण की। उत्तर प्रदेश में आजादी के बाद से साल 2014 तक सिर्फ 13 मेडिकल कॉलेज थे, पर योगी सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में रिकॉर्ड 15 नए मेडिकल कॉलेज बने। इनमें से आठ का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके अलावा 14 राजकीय मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश में 7 मेडिकल कॉलेजों अयोध्या, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद, बदायूं और शाहजहांपुर और राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई भी शुरू हो गई है। गोरखपुर और रायबरेली में एम्स का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इन दोनों एम्स में ओपीडी चल रही है और एमबीबीएस की 50-50 सीटों पर दाखिला भी हो चुका है। प्रदेश में पहली बार 250 नई एएलएस(एडवांस लाइफ सपोर्ट) एंबुलेंस संचालित की गई है। लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में एक नए चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। ये आंकड़े खुद सरकार की सफलता को बताते हैं। जाहिर है वो दिन दूर नहीं जब प्रदेश में मेडिकल सेवाओं के लिए दूसरे प्रदेशों के लिए मिसाल बनेगा।


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