विधायिका के प्रति नकारात्मक धारणा को बदलने का कर रहा हूं प्रयास : सतीश महाना

  • जनता अपने विधायक की भूमिका को जान सके इसका प्रयास कर रहा हूं: सतीश महाना


लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना के आमंत्रण पर उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के तत्वावधान में 30 पुरुष प्रधानाचार्य एवं 10 महिला प्रधानाचार्य के दल ने आज विधानसभा का भ्रमण किया। इस मौके पर परिषद के मंडल अध्यक्ष डॉ गिरीश कुमार मिश्र, जिला अध्यक्ष डॉ मनप्रीत सिंह तथा महामंत्री धर्मेश अवस्थी समेत अन्य पदाधिकारियों ने विधानसभा में विगत कुछ वर्षों से हो रहे बदलावों को देखकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के प्रति अपना आभार व्यक्त किया एवं विधानसभा अध्यक्ष की तारीफ भी की। 

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री महाना कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका की अपनी भूमिकाएं होती हैं तथा सबकी अपनी सीमाएं भी निर्धारित होती हैं। लेकिन जनता से विधायक का सीधा संपर्क होने के कारण उसके प्रति सबसे बड़ी जवाबदेही विधायक की ही होती है।


सतीश महाना ने कहा कि जनता जिसे अपना नेता चुनकर विधानसभा भेजती है तो उसका अपने नेता से सवाल करने का भी अधिकार होता है। लेकिन पिछले कुछ दशकों में विधायिका के प्रति नकारात्मक धारणा बनाई गयी। जिसे बदलने का प्रयास कर रहा हूं। मेरा प्रयास है कि जनता इस बात को समझ सके कि उसके क्षेत्र के विधायक की विधानसभा में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। 

उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षो से जनता का विधानसभा से कभी कोई सम्पर्क ही नहीं बना उसे भी दूर करने का प्रयास कर रहा हूं। जिससे वह अपने विधायक की भूमिका को जान सकें। धीरे धीरे अब जनता को इस बात का अहसास होने लगा है कि लोकतंत्र में विधायिका की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती है। अब वह अपने विधायक की भूमिका को जान रही है। यही कारण है कि पिछले कुछ समय से आम जनमानस में विधायिका के प्रति नकारात्मक धारणा खत्म होती दिख रही है। 

कई प्रधानाचार्यों के विधानसभा के बारे में किए गए सवालों का जवाब देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हे बताया कि नियमो के तहत ही कोई सदस्य सदन में बोल सकता है। इसके अलावा अब विधानसभा में विधायकों के सवालों को आनलाइन लिए जाने की व्यवस्था की गयी है। सदन में उठाए गए मामले संबंधित विभाग को तुरंत भेजे जाते है। पर पहले ऐसे मामलों में उदासीनता देखने को मिलती थी। यहीं नही विधानसभा में उठाए गए मामलों को सम्बन्धित समितियों को भेजा जाता है जिससे जनहित में उनपर शासन कार्रवाई करता है। 

श्री महाना ने प्रधानाचार्यो को विधानसभा के गौरवमयी इतिहास, सदन की कार्यवाही, संचालन एवं पुस्तकालय आदि के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि आप लोग यहां से जाकर छात्र छात्राओं को इसके बारे में बताए। यहीं नहीं उन सबको यहां भ्रमण कराने का कार्य करें जिससे वह अपनी विधानसभा पर गर्व कर सकें। 

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