जल प्रबंधन, कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भारत-तंजानिया मिलकर करेंगे काम

रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी। तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुह हसन अपने चार दिवसीय दौरे पर रविवार को भारत पहुंची। तंजानिया की राष्ट्रपति बनने के बाद से यह उनकी पहली भारत यात्रा है। भारत पहुंचने पर एयरपोर्ट पर उनका स्वागत केंद्रीय राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने किया। राष्ट्रपति भवन में द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद तंजानियाई राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर देकर उनका औपचारिक स्वागत किया गया। 

पीएम मोदी ने तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहु हसन से नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय मुलाकात की। इस दौरान भारतीय विदेशमंत्री एस. जयशंकर भी मौजूद रहे। पीएम मोदी और तंजानिया की राष्ट्रपति की द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान कई अहम समझौतों पर सहमति बनी। पीएम मोदी ने कहा दोनों देश स्थानीय मुद्रा में व्यापार को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। आईसीटी सेंटर्स, वोकेशनल ट्रेनिंग और डिफेंस ट्रेनिंग के जरिए तंजानिया में स्किल डेवलेपमेंट और क्षमता निर्माण में भारत ने अहम योगदान दिया है। जल प्रबंधन, कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं और तंजानिया के लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं।

तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुह हसन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी मुलाकात की। विदेशमंत्री ने एक्स साइट पर लिखा कि राष्ट्रपति से मुलाकात कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं, मुलाकात के दौरान कई क्षेत्रों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार करने में उनके मार्गदर्शन को महत्व दिया गया।

बता दें कि आठ साल बाद तंजानिया के राष्ट्र प्रमुख का भारत दौरा हो रहा है और इस दौरे से दोनों देशों के रिश्तों में मजबूती आने की उम्मीद है। इसी पहले जुलाई में विदेशमंत्री जयशंकर ने किदुथानी परियोजना का दौरा किया, जो ज़ांज़ीबार में 30,000 घरों को पीने का पानी उपलब्ध कराएगी। भारत द्वारा शुरू की गई छह परियोजनाओं में से एक, जो स्थानीय आबादी को पीने का पानी उपलब्ध कराएगी।


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