भाषा विश्वविद्यालय में स्थापना दिवस का आगाज़

  • कुलपति ने खेलकूद के विभिन्न कार्यक्रमों का उद्घाटन किया 
  • इसके पूर्व कुलपति एवं शिक्षकों द्वारा एक घंटे का श्रमदान किया गया 


लखनऊ। ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ में स्थापना दिवस के तीन दिवसीय कार्यक्रम का आगाज़ हुआ। कार्यक्रम के पहले दिन भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एनबी सिंह एवं सभी शिक्षकों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में एक घंटे का श्रमदान किया गया। तदोपरान्त कुलपति प्रो सिंह द्वारा जिम्नेजियम में श्रीफल को फोड़ कर खेलकूद कार्यक्रमो का शुभारंभ किया गया।

  • स्थापना दिवस विश्वविद्यालय के विकास का सूचक है: प्रो एनबी सिंह 


कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो नरेन्द्र बहादुर सिंह ने सभी शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्थापना दिवस हमारे विश्वविद्यालय के विकास का सूचक है। यह दर्शाता है की हमारा विश्वविद्यालय उत्कृष्टता की ओर एक पड़ाव पूरा कर चुका है। कुलपति ने अभी तक विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा दिए गए योगदान की सराहना की। साथ ही सांस्कृतिक समिति को प्रशंसा की। 

  • खेल के बिना जीवन अधूरा है: कुलपति

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रो सिंह ने कहा कि खेल के बिना जीवन अधूरा है। खेलमय जीवन ही जागृति है और जीवन का सुधार है। इसीलिए कहते हैं जीवन दायित्व का खेल है और खेल में जीवन दायित्व की प्राण संजीवनी शक्ति है। खेल मनुष्य के हर अंश को स्वस्थ रखने का कार्य करता है। इसके बाद कुलपति ने जिम्नेजियम में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के साथ चेस और टेबल टेनिस खेला और स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। 

  • ज्ञान की शक्ति को बढ़ाने के लिए हैप्पीनेस को बढ़ाना होगा: अजय कुमार सिंह

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ दीप प्रज्जलन मुख्य अतिथि बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला द्वारा कुलपति की अध्यक्षता में किया गया। उसके उपरांत विद्यार्थीयों द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। साथ ही पुष्प गुच्छ, शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर अथितियों का स्वागत सम्मान किया गया। सत्रारंभ में बोलते हुए विशिष्ठ अतिथि अजय कुमार सिंह जोनल हेड टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज ने कहा कि भारत एक युवा राष्ट्र है। हमारी अर्थव्यस्था विश्व की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था है। ज्ञान की शक्ति को बढ़ाने के लिए हैप्पीनेस को बढ़ाना होगा। हमे अपना इकोसिस्टम स्वस्थ विकसित करना चाहिए। वहीं दूसरे विशिष्ठ अतिथि अरुण माथुर ऐलऐमऐ ने विश्वविद्यायों के विद्यार्थियों के लिए स्टार्टअप बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जॉब्स और व्यापार के बेसिक मंत्रों के बारे में बताया। माथुर ने कहा कि हम अपने व्यक्तित्व के मालिक हैं। हमें अपनी उद्यमिता को बढ़ाना होगा। 

  • स्थापना दिवस मनोरंजन का नहीं संकल्प का दिवस है: डीके वर्मा 

कार्यक्रम में बोलते हुए विशिष्ठ अथिति डीके वर्मा स्टेट कैरियर काउंसलर ने बताया कि स्थापना दिवस मनोरंजन का नहीं संकल्प का दिवस है। हमें अपने आपको वर्तमान में जीना चाहिए। विद्यार्थियों को जॉब्स से अधिक कैरियर पर ध्यान देना चाहिए। विद्यार्थियों को ऑनलाइन स्टडी पर भी फोकस करना चाहिये। उन्होंने आई विल आई केन के मंत्र को अपनाने पर बल देने के लिए कहा। व्याख्यान की अगली कड़ी में बोलते हुए विशिष्ठ अथिति राजेश निगम अध्यक्ष करम इंडस्ट्रीज प्राईवेट लिमिटेड ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आद्यौगिक क्षेत्र में आने से हमें सफ़लता अधिक मिल सकती है। 

  • स्थानीय जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं विश्वविद्यालय के सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहूंगा : योगेश शुक्ला 

कार्यक्रम के मुख्य अथिति बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला ने अपने संबोधन में स्थापना दिवस की बधाई दी साथ ही कहा कि विश्वविद्यालय के लिए स्थानीय प्रतिनिधि होने के नाते वह सदैव तत्पर रहेंगे। 

कार्यक्रम को कोजैक नाम से और आईसीआईसीआई बैंक द्वारा प्रायोजित किया गया। कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक समिति की अध्यक्षा प्रो चंदना डे ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ नीरज शुक्ला ने किया। स्थापना दिवस के इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलसचिव भावना मिश्रा, वित्त अधिकारी साजिद आज़मी, उपकुलसचिव दीप्ति मिश्रा के साथ साथ सभी शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।

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