लखनऊ विश्वविद्यालय एवं भाषा विश्वविद्यालय के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। उत्तर प्रदेश सरकार की अपेक्षाओं एवं उच्च शिक्षा विभाग के आदेशानुसार ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय के बीच शैक्षणिक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। इसमें कुलपति आलोक कुमार राय की महत्वपूर्ण भूमिका रही। 

इस एमओयू के तहत अनुसंधान और शैक्षिक कार्यक्रमों पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करना किया जाएगा। दोनो विश्वविद्यालय के मध्य शिक्षण, शिक्षण सामग्री एवं अन्य साहित्य पर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा। पारस्परिक हित के विषयों पर संयुक्त रूप से अल्पकालिक शिक्षा कार्यक्रम आयोजित करना और शिक्षकों को इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। साथ ही आपसी हित के विषयों पर संगोष्ठी, सम्मेलन या कार्यशालाओं का संयुक्त रूप से आयोजन करना और शिक्षकों को उसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित करना। फंडिंग एजेंसियों द्वारा प्रायोजित अनुसंधान या प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संयुक्त रूप से प्रस्तावित करना और उसका क्रियान्वयन करना। शिक्षा और अनुसंधान के उद्देश्य से सीमित अवधि के लिए स्नातक, परास्नातक और डॉक्टरेट स्तर के छात्रों को अवसरों का आदान-प्रदान करने जैसे 6 बिन्दुओं पर सहमत होकर दोनो विश्वविद्यालयों के कुलसचिव ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया।


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