नहीं रहीं भारत रत्न लता मंगेशकरः 92 वर्ष की उर्म में आज उनका निधन हो गया

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित तमाम हस्तियों नें उन्हें दी श्रद्धांजली

लखनऊ (नागरिक सत्ता)। विश्व प्रसिद्ध गायक, स्वर कोकिला लता मंगेशकर 92 साल की उर्म में आज सुबह ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। कोरोना और निमोनिया होने की वजह से उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।  29 दिनों से वे बिमारी से लड़ रही थी। भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर निधन पर 2 दिन का राष्ट्रीय शोक रखा गया है। देशभर में झंडा आधा झुका रहेगा। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लता मंगेशकर को श्रद्धांजली अर्पित करते हुए मुंबई पहुंच कर उनके अंतिम दर्शन करने की जनकारी दी है। स्वर कोकिला के निधन की खबर मिलने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने गोवा में अपनी वर्चुअल रैली निरस्त कर दी। उनके सम्मान में भाजपा ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी करने का कार्यक्रम टाल दिया एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधासभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित सहीत तमाम लोगों ने उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की है।

ब्रीच कैंडी में डॉ. प्रतीत समधानी की देखरेख में ही डॉक्टर्स की टीम उनका इलाज कर रही थी। इलाज के दौरान उनकी हेल्थ में सुधार होने के कारण ऑक्सीजन निकाल दी गई थी लेकिन आईसीयू में ही रखा गया था। जहां आज 8.00 बजे उनका निधन हो गया। डॉ. प्रतीत ने मल्टी ऑर्गन फेल्योर होना उनकी मौत की वजह बतायी।

लता मंगेशकर मध्य प्रदेश के इंदौर में 28 सितंबर 1929 को पं. दीनानाथ मंगेशकर के घर में जन्म लिया था और सन 1942 में 13 वर्ष की उर्म में पहली बार उन्होंने गाना शुरू किया था। उनके पिता ने ही उनको संगीत की शिक्षा दी थी। लता जी की तीन बहनें आशा भोसले, उषा मंगेशकर, मीना मंगेशकर और भाई हृदयनाथ मंगेशकर हैं। लता मंगेशकर ने 1 हजार से ज्यादा फिल्मों में अपनी आवाज दी है। उन्होंने लगभग 36 भाषाओं में 50 हजार से ज्यादा गाना गाया है। 1960 से 2000 तक लता मंगेशकर की आवाज के बिना फिल्में अधूरी मानी जाती थीं। उनके गानों की वजह से फिल्मों के हिट होने की गारंटी मानी जाती थी। 

लता मंगेशकर को 2001 में संगीत की दुनिया में उनके योगदान के लिए भारत के सर्वाेच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था। इससे पहले भी उन्हें कई सम्मान प्राप्त किये थे जिसमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के सम्मान भी शामिल हैं। लता जी गायिका के साथ संगीतकार भी थीं और उनका अपना फिल्म प्रोडक्शन भी था, जिसके बैनर तले बनी फिल्म ‘लेकिन‘ थी, इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट गायिका का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था, 61 साल की उम्र में गाने के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली वे एकमात्र गायिका रहीं। इसके अलावा भी फिल्म ‘लेकिन‘ को 5 और नेशनल अवॉर्ड मिले थे।

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