विदेशों में भी नाम कमा रहे एफडीडीआई के छात्र

  • फुटवियर डिजाइन में भविष्य संवार रहे एफडीडीआई फुरसतगंज के छात्र 
  • कम उम्र में अच्छी आय का जरिया बन रहा फुटवियर डिजाइन कोर्स 
  • 120 सीटों पर 2 पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू, 30 अप्रैल तक छात्र कर सकेंगे आवेदन 


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में स्थित फुटवियर डिज़ाइन एंड डेवेलपमेंट संस्थान (एफडीडीआई) के छात्र विदेशों में भी फुटवियर डिजाइन के क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं। छात्रों के हुनर और देश विदेश में प्लेसमेंट से संस्थान भी खुश है। इस वर्ष रायबरेली, फुरसतगंज कैम्पस का प्लेसमेंट 86 प्रतिशत रहा, जो कि एक रिकॉर्ड है। इस साल का औसत सालाना पैकेज भी रिकॉर्ड स्तर पर 4 लाख का तथा उच्चतम पैकेज सालाना 11 लाख का रहा इसमें इंटरनेशनल प्लेसमेंट भी शामिल है। इतना ही नहीं यह कोर्स कम उम्र में अच्छी जॉब का जरिया भी बन रहा है। फुटवियर के क्षेत्र में छात्रों के सुनहरे भविष्य को देखते हुए संस्थान अब और प्रभावी तरीके से आगामी सत्र में अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं के प्रवेश पर फोकस कर रहा है। जानकारी के अनुसार 120 सीटों पर दो पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। संस्थान में संचालित पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए 30 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन किये जा सकते है। आवेदन fddiindia.com पर लॉग इन करके किया जा सकता है। प्रवेश के लिए देश 28 शहरों में प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

राजधानी के प्रेस क्लब में रविवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता मे संस्थान के छात्र मामलों के प्रभारी नलिन पाण्डेय ने बताया कि भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत फुटवियर डिज़ाइन एंड डेवेलपमेंट संस्थान देश के 12 स्थानों पर संचालित है। यह संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इम्पॉर्टेन्स का दर्जा प्राप्त संस्थान है। उत्तर प्रदेश में यह दो स्थानों पर है पहला नोएडा एवं दूसरा रायबरेली फुरसतगंज मे स्थित है। उन्होंने बताया कि रायबरेली, फुरसतगंज मे दो कोर्स चार वर्षीय अवधि के जिसमें बैचलर ऑफ डिज़ाइन, फ़ैशन डिज़ाइन एवं बैचलर ऑफ डिज़ाइन फुटवियर डिज़ाइन एंड प्रोडक्शन में प्रवेश के लिए आवेदन किये जा सकते हैं जिसकी फीस तकरीबन 1 लाख 50 हज़ार वार्षिक है, इसे सेमेस्टर वाइज भी जमा किया जा सकता है। इन कोर्स में प्रवेश के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12वी पास अथवा इस वर्ष 12वी की परीक्षा मे बैठ रहे हो, आवश्यक है।

कैम्पस के केंद्र प्रभारी वरुण गुप्ता ने इस उभरते हुए क्षेत्र पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आने वाले दिनों में फुटवियर के क्षेत्र अपार वृद्धि एवं संभावनाए है। उनका दावा है कि फ़ैशन डिज़ाइन, इनटिरियर डिज़ाइन, फुटवियर डिज़ाइन, प्रॉडक्ट डिज़ाइन आदि क्षेत्रों में जॉब की बाढ़ आने वाली है। इसका कारण है भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था एवं 2027 तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य। अर्थव्यवस्था बढ़ने पर लोगों की खर्च की क्षमता बढ़ती है और लोग बेसिक जरूरतों के इतर कपड़ो एवं जूतो आदि पर खर्च बढ़ाते है। इस मौके पर संस्थान की एडमिशन समन्वयक सीमा यादव भी मौजूद रहीं।

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