बदला माहौल तो औद्योगिक नक्शे पर चमक गया गीडा
- मल्टीनेशनल समेत कई बड़ी यूनिट्स का हुआ शिलान्यास और लोकार्पण
- जीआईएस में गोरखपुर को मिले पौने दो लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव के केंद्र में गीडा ही
- उद्यमियों को देने प्रोत्साहन साल में छह बार गीडा आए सीएम योगी
नागरिक सत्ता, गोरखपुर। माहौल बदलने का असर क्या होता है, इसका एक बड़ा सटीक जवाव आपको आज के गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) क्षेत्र को देखकर मिल जाएगा। लंबे दौर तक पहचान को जूझता रहा यह प्राधिकरण आज प्रदेश के औद्योगिक नक्शे पर चमक गया है। इस चमक में बीत रहे एक साल का सफर और भी सुहाना रहा है। गीडा की स्थापना तो 34 साल पहले हुई थी लेकिन औद्योगिक प्रगति का माहौल बनना शुरू हुआ, छह साल पूर्व योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद। इन छह सालों में गुजरता हुआ वर्तमान साल (2023) औद्योगिक विकास की रफ्तार को सर्वाधिक तेजी देने वाला रहा है। इसी साल फरवरी में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गीडा को केंद्र में रखकर गोरखपुर को पौने दो लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले तो मल्टीनेशनल समेत कई ऐसी बड़ी यूनिट्स का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ जो तीन दशक पहले तक सिर्फ कल्पनाओं की बात होती थीं।
इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि 2017 के पहले तक लचर कानून व्यवस्था, सुविधाओं के घोर अभाव और सरकारों के उदासीन रवैये से गीडा में निवेश, दूर की कौड़ी लगती थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने उद्यमियों और उनकी पूंजी की सुरक्षा की गारंटी देने का अनवरत ऐलान किया, इंडस्ट्री फ्रेंडली नीतियां बनाईं तो गीडा भी निवेश के लिए लिए बेहतरीन गंतव्य बन गया है। पहले जहां सालों कोई मुख्यमंत्री गीडा झांकने तक नहीं आता था, वहीं सीएम योगी इस साल छह बार गीडा आकर उद्यमियों को प्रोत्साहित कर चुके हैं। गीडा प्रबंधन के मुताबिक बीते छह साल में गीडा में करीब 12000 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं। इनमें इस साल का प्रदर्शन सबसे शानदार है।
बीते एक साल में गीडा में 550 करोड़ रुपये के निवेश वाले अंकुर उद्योग के सरिया प्लांट का उद्घाटन, 1100 करोड़ रुपये के निवेश वाली पेप्सिको जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनी यूनिट का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों हो चुका है। वह 118 करोड़ रुपये के निवेश वाली ज्ञान डेयरी की यूनिट, जल जीवन मिशन में सप्लाई देने वाली तत्वा प्लास्टिक की 110 करोड़ रुपये निवेश वाली पाइप फैक्ट्री का उद्घाटन करने के साथ 1200 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली केयान डिस्टलरी के एथेनॉल व डिस्टलरी प्लांट का भी शिलान्यास कर चुके हैं। इसके अलावा 50 करोड़ रुपये के निवेश से सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के इंडस्ट्रियल वेयरहाउस का भी शिलान्यास हो चुका है। इस बीच 1 जनवरी से 22 दिसंबर तक गीडा ने 107 एकड़ भूमि आवंटन किया है। इससे 5639 करोड़ रुपये के निवेश और 19597 लोगों के रोजगार का मार्ग प्रशस्त होगा। सबसे बड़ा भूमि आवंटन प्राप्त करने वालों में एसडी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, कपिला कृषि उद्योग लिमिटेड, स्मार्ट व्हील्स प्राइवेट लिमिटेड, रूंगटा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, टेक्नोप्लास्ट पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड व बालाजी प्रोसेसर्स शामिल हैं।
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