प्रदेश में ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवाएं बनी वरदान

  • 82910 लाभार्थियों ने लिया टेली मेडिसिन सेवाओं का लाभ

लखनऊ। टेलीमेडिसिन सेवा-ईसंजीवनी के अन्तर्गत 30 नवम्बर 2023 को प्रदेश के 82910 लाभार्थियों को टेली मेडिसिन सेवाओं का परामर्श उपलब्ध कराकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। वर्तमान में प्रदेश के लगभग 65000 से अधिक मरीज टेलीमेडिसिन सेवा का प्रतिदिन स्वास्थ्य परामर्श प्राप्त करने के लिए इस नवाचारी डिजिटल माध्यम एवं ई संजीवनी का उपयोग कर रहे हैं।

प्रदेश के समस्त जनपदों में जनसमुदाय को गुणवत्तापरक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के उद्देश्य से समस्त उपकेन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर के रूप में सुदृढ़ीकृत किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न जनपदों के चिकित्सा महाविद्यालयों, जिला चिकित्सालयों एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों एम्स में स्थापित टेली मेडिसिन हब की सहायता से समस्त हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टरों द्वारा टेलीमेडिसिन एवं टेली कन्सल्टेशन की सुविधायें प्रदान की जा रही हैं। इसके साथ ही प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा भी टेली कन्सलटेशन सुविधायें प्रदान की जा रही है। 

इस सेवा के अर्न्तगत लाभार्थी द्वारा पराचिकित्सक एवं चिकित्सक के माध्यम से सामान्य एवं विशेषज्ञ चिकित्सक से चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया जाता है। इसके द्वारा रोगी सर्वप्रथम हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर पहुचता है, जहॉ पर रोगी की विभिन्न प्रकार के परीक्षण की जाती है। तत्पश्चात् हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर तैनात कम्यूनिटी हेल्थ ऑफीसर द्वारा रोगी के परीक्षण एवं जाँच सम्बन्धी समस्त जानकारी पोर्टल पर अंकित की जाती हैं। टेली मेडिसिन हब पर उपलब्ध चिकित्सकों से वीडियो कॉनफ्रेन्सिंग के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया जाता है। अन्त में चिकित्सक द्वारा दिये गये ई प्रिसक्रिप्शन के अनुसार रोगी को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर द्वारा औषधियाँ एवं अन्य सुविधायें प्रदान की जाती है। साथ ही जनसमुदाय को ई संजीवनी ओपीडी के माध्यम से उनके घरों से भी टेली मेडिसिन के द्वारा स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जा रही हैं। इस सुविधा द्वारा आम जन बिना चिकित्सालय जाये सीधे चिकित्सकों से परामर्श कर सकते हैं।

ई संजीवनी को शीघ्र और व्यापक तौर पर अपनाना यह दर्शाता है कि बाह्य रोगियों की विजिट के महत्वपूर्ण हिस्से का दूर से ही प्रभावी ढंग से नैदानिक प्रबंधन किया जा सकता है। थोड़े ही समय में सरकार की टेलीमेडिसिन सेवा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के जनमानस में लोकप्रिय हो चुकी है। यह सेवा जमीनी स्तर पर चिकित्सकों और विशेषज्ञों की कमी को दूर करने के साथ ही साथ द्वितीयक और तृतीयक स्तर के अस्पतालों पर पड़ने वाला बोझ को भी कम करने में सहायक हो रही है। 

समुदाय स्तर पर टेलीमेडिसिन सेवा को प्रदान करने में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर सीएचओ की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य स्तर पर प्रत्येक माह कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर सीएचओ द्वारा प्रदान की जा रही टेलीमेडिसिन सेवा के आधार पर रैंकिंग तैयार की जायेगी एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर सीएचओ को सम्मानित भी किया जायेगा।

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