भारत के आर्थिक सहयोग से तंजानिया के जांजीबार में पूरी हुई जल परियोजना

  • 10 हजार लोगों को मिलेगा पेयजल 

रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी

भारत की ओर से आर्थिक तौर पर कमजोर अफ्रीकी देशों का सहयोग लगातार जारी है। भारत के आर्थिक सहयोग से तंजानिया के द्वीप जांजीबार में मसिंगिनी जल परियोजना का काम पूरा हो गया है, जिसका लाभ 10 हजार से अधिक स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष रूप से मिलेगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित 92.18 मिलियन अमेरिकी डॉलर की क्रेडिट लाइन (एलओसी) समझौते के तहत बनाई जा रही मसिंगिनी जल परियोजना 27 दिसंबर, 2023 को जांजीबार के पहले उपराष्ट्रपति ओथमान मसूद द्वारा शुरू कर दी गई है। इससे जांजीबार के 1500 घरों और लगभग 10445 लोगों को लाभ होगा।

भारत तंजानिया के विभिन्न क्षेत्रों में 1.1 अरब डॉलर के प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है, जिसमें पेयजल बुनियादी ढांचे, कृषि और रक्षा क्षेत्र शामिल हैं। तंजानिया के 24 शहरों में 500 मिलियन डॉलर की जल परियोजनाएं इस समय लाइन ऑफ क्रेडिट योजना के जरिए संचालित की जा रही हैं। सभी प्रोजेक्ट के संपूर्ण होने  पर इन क्षेत्रों में रहने वाले करीब 60 लाख लोगों को आसानी से सुरक्षित पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। इसके अलावा हाल ही में जांजीबार में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के पहले विदेशी परिसर की स्थापना भी की गई है, जिसमें अफ्रीकी महाद्वीप में तकनीकी शिक्षा का अग्रणी केंद्र बनने की क्षमता है। 

पिछले कुछ वर्षों में भारत-तंजानिया के आपसी संबंध प्रगाढ़ हुए हैं और तंजानिया पूर्व अफ्रीकी समुदाय (ईएसी) के साथ संवाद बढ़ाने में भारत का प्रमुख सहयोगी रहा है। तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन ने 8-10 अक्टूबर को भारत की राजकीय यात्रा की थी।  उस दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार की मात्रा बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी। यह मानते हुए कि भारत और तंजानिया समुद्री पड़ोसी हैं, जो समुद्री सुरक्षा संबंधी सामान्य चुनौतियों का सामना करते हैं, दोनों पक्ष हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।

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